सीहोर : राम को कैकेयी के वनवास ने बनाया श्रीराम : उद्धवदास जी महाराज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024

सीहोर : राम को कैकेयी के वनवास ने बनाया श्रीराम : उद्धवदास जी महाराज

  • विश्वनाथ पुरी में संगीतमयी नौ दिवसीय श्री रामकथा का छटवां दिन

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सीहोर,। जिस केकैयी की सब लोग निंदा करते हैं और रामजी को वनवास भेजने का दोषी मानते हैं, यदि केकैयी नहीं होती तो रामजी को वनवास नहीं होता यदि रामजी को वनवास नहीं होता तो वे राजा राम रहते कभी भी सबके आराध्य श्रीराम नहीं बन पाते। वनवास में अनगिनत जीवों का उद्धार और मानव जीवन के कष्टों को सहने का सफलतम उदाहरण प्रस्तुत करने पर राम को भगवान श्री राम के रूप में जन-जन के पूज्य होने का अधिकार मिला। केकैयी ने राम के कहने पर ही उनके लिए वनवास मांगा था क्योंकि यदि राम वन में नहीं जाते तो हजारों सालों से उनकी राह देख रहे जीवों का उद्धार नहीं हो पाता और भगवान के अवतार का उद्धेष्य ही पूरा नहीं होता इसलिए केकैयी निंदा की नहीं प्रषंसा की पात्र हो जाती है।


उक्त आषय के उदगार सुप्रसिद्ध श्री रामकथा वाचक श्रीश्री 1008 महंत श्री उद्धवदास जी त्यागी महाराज श्रीराम कुटी आश्रम सीहोर ने शहर के सीवन स्काई सिटी के नजदीक विष्वनाथपुरी में स्थित प्रसिद्ध श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर शनिवार से नौ दिवसीय संगीतमयी श्री रामकथा के छटवंे दिवस बडी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को रामरस में सराबोर करते हुए व्यक्त किए। महाराजश्री ने कहा लोग कहते हैं कि सत्संग का लाभ नहीं मिलता लेकिन जब तक आप कुसंग का साथ नहीं छोडोगे तब तक आपको सत्संग का लाभ नहीं मिलेगा क्योंकि एक घडी का सत्संग भी आपके करोडो पापों को नष्ट करने की क्षमता रखता है वहीं एक घडी का कुसंग भी आपके अनगिनत पुण्यों को खराब कर सकता है। यदि आप निरंतर पाप कर्म में लगे रहोगे तो सत्संग के बाद भी पाप नष्ट नहीं हो सकेंगे । महाराज श्री ने कहा कि हर जगह अच्छे और बुरे लोग पाए जाते हैं जैसे अयोध्या में भगवान श्री राम के होते हुए भी मंथरा की दुर्बुद्धि नहीं गई वहीं लंका में राक्षसराज रावण के होते हुए भी विभीषण ने अपनी भक्ति नहीं छोडी।  उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में दो बुद्धि होती है एक सुमति और दूसरी कुमति। यह हमें तय करना है कि हम किसी बुद्धि के अनुसार अपना जीवन चलाते हैं। अपनी सुमधुर वाणी में महाराज जी ने कई भजन सुनाए जिन्हें सुनकर सभी श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। महाराज श्री के साथ संगीत टीम में सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री विषाल व्यास, सहित उनके संगीतज्ञ साथीगण विजेन्द्र मेवाडा, कमलेष, सचिन एवं शुभम नायक ने श्रीराम कथा के दौरान अपने हुनर से श्रद्धालुओं को आनंदित किया। आज कथा में भगवान श्रीराम के वनवास प्रसंग का वर्णन किया गया, करूण रस से भरे हुए सजीव वर्णन से श्रोता भावविहल हो उठे और उनकी आंखों में आंसू छलक उठे।


उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी गत 13 अप्रैल शनिवार से 21 अप्रैल रविवार तक प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से 11 बजे तक नौ दिवसीय श्री रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा में शहर श्री उद्धवदास जी त्यागी महाराज श्रीराम कुटी त्यागी आश्रम सीहोर द्वारा सभी भगवत जनों को रामकथा की रसास्वादन कराया जा रहा है। कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष पद श्री अमित नीखरा मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री अनारसिंह चैहान, संरक्षक श्री कमलसिंह ठाकुर, मंदिर पुजारी पं. निर्मल शर्मा, पं. ओमप्रकाष शर्मा, मुकेष भावसार, गोपालदास अग्रवाल, राहुल वर्मा, कथा आयोजन समिति के उपाध्यक्ष पंकज ठाकुर, संतोष परमार, सुमित गिरोेंदिया, सचिव मोहब्बतसिंह तोमर, कोषाध्यक्ष किषन राठौर, आनंद अग्रवाल, शुभम मालवीय, मुकेष प्रजापति, चंद्रप्रताप ठाकुर, कृष्णा मेवाडा आदि अनेक समिति सदस्यों ने सभी धर्मप्रेमी जनों से अधिक से अधिक संख्या में श्रीराम कथा में सम्मिलित होकर धर्मलाभ प्राप्त करने की अपील की है। कथा समापन के अगले दिन श्री हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर में अखंड रामायण का पाठ भी किया जाएगा जो 22 अप्रैल को प्रातः प्रारंभ होगा एवं 23 अप्रैल को समापन पष्चात हवन किया जाएगा। इसके साथ ही सायंकाल विषाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।  

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