सीहोर : काहिरी डैम पहुंचकर नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर ने किया निरीक्षण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 24 मई 2024

सीहोर : काहिरी डैम पहुंचकर नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर ने किया निरीक्षण

Kahiri-dam-sehore
सीहोर। शुक्रवार को शहर में जल वितरण व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए शहर के पेयजल के लिए सुरक्षित प्रमुख जल स्त्रोतों काहिरी बंधान पर नगरपालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने पहुंचकर जलप्रदाय व्यवस्था का निरीक्षण किया। एक तरफ तो भीषण गर्मी पड़ रही है, दूसरी तरफ अल्प बारिश के कारण जलाशयों का जल स्तर घटता जा रहा है। पानी की समस्या का निदान करने के लिए और नियमित रूप से शहरवासियों को पानी की सप्लाई होती रहे इसके लिए नपाध्यक्ष श्री राठौर द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे है। गत दिनों शहरवासियों के लिए जीवनदायनी सीवन के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के कार्य को भी अंजाम दिया जा रहा है, इसके अलावा जर्जर पाइप लाइन को दुरुस्त करने के लिए पूर्व में करोड़ों रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।  इस वर्ष अल्प वर्षा के चलते आगामी दिनों में जमुनिया जलाशय और काहिरी बंधान पर पर्याप्त जल भंडारण पर जोर दिया जाना आवश्यक है। शहर के जल स्तर को बनाए रखने के लिए जलप्रदाय व्यवस्था दुरस्त बनाए रखने के दृष्टिगत बंधान में पर्याप्त जल भंडारण की बात कही। यहां पर मौजूद अमले ने बताया कि क्षेत्रवासियों को डेम से 40 दिन तक पानी की वर्तमान टाइमिंग के हिसाब से सप्लाई की जा सकती है। वहीं यहां पर मौजूद नगर पालिका के सहायक इंजीनियर रमेश वर्मा ने काहरी बंधान और जमुनिया जलाशय पर पर्याप्त जल भंडारण बनाए रखने के लिए जल प्रदाय व्यवस्था में संलग्न अधिकारियों व कर्मचारियों को व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जिससे शहर में नागरिकों को पानी की किल्लत न उठाना पड़े। 

कोई टिप्पणी नहीं: