उन्होंने कहा मोदी ने सामाजिकता व मानवता राष्ट्रप्रेम की जो लकीर खींची है, उससे पता चलता है कि आने वाले नेता को भी दीवाली घर में नहीं शरहद पर जवानों के साथ मनानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि देश सकारात्मक बदलाव की ओर बढ़ रहा है और लोगों के व्यवहार में ’अपने धर्म और जड़ों पर गर्व महसूस करने’ में उल्लेखनीय बदलाव के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि पहले, लोग अपने सिर पर तिलक लगाने से डरते थे, अपनी पहचान बताने में झिझकते थे। ऑफिस जाने से पहले वे अपना तिलक मिटा देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। और, अपनी धार्मिक मान्यताओं पर टिके रहने और इसे सबके सामने स्वीकार करने में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपनी धार्मिक पृष्ठभूमि और सांस्कृतिक विरासत पर गर्व होना चाहिए. पहले लोग विदेश जाते समय अपना नाम बदल लेते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। हमारे पास हर किसी को गले लगाने का प्राकृतिक गुण है, हमारे पास हर किसी के साथ जुड़ने की क्षमता और गुणवत्ता है, हमारे पास सही जगह पर दिल हैं। रविशंकर ने कहा कि तनाव मिटे, तभी आप विकसित व्यक्तित्व, विकसित भारत के बारे में सोच सकते हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत राजदूत प्रत्येक नागरिक को विकसित भारत 2047 के सपने में भागीदार बनाना चाहता है, जहां वह बदलाव का ’राजदूत’ बनकर योगदान दे सके। देश में परिवर्तन और विकसित भारत पर युवाओं से सवाल पूछे तो वर्तमान में समाज में उनकी भूमिका भी जानी। सवाल पूछने की भूमिका में अभिनेता विक्रांत मैसी थे। इस दौरान आयुश मंत्री दयाशंकर दयालू, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, महामंत्री विद्यासागर राय, एमएलसी धर्मेंद्र सिंह राय, जगदीश त्रिपाठी आदि सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
वाराणसी (सुरेश गांधी) आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर शुक्रवार दोपहर बाद दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में अभिनेता विक्रांत मैसी के साथ युवा छात्र-छात्राओं से संवाद किया। इसके पूर्व उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। संवाद के दौरान पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि ’दुनिया में मोदी जैसा कोई नेता नहीं है, जिसकी कनेक्टिविटी सीधे विशाल जनसंख्या वाले देश की जनता से हो। यह मोदी की करिश्मा ही है, चाहे मन की बात हो अन्य सरकारी गैर सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के जरिए वह सीधे अपनी जनता से संवाद करते है।
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