कविता : मेरा प्यारा गांव है ये - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 28 जुलाई 2024

कविता : मेरा प्यारा गांव है ये

मेरा प्यारा गांव है ये,

सुंदर सुंदर गांव है ये ,

बारिश की बूंदों से हरियाली आई,

जगह जगह खुशहाली छाई,

खेतों में चमचमाहट है,

हवाओं में सनसनाहट है,

बूंद-बूंद में मुस्कुराहट है,

पहाड़ों पर जरा तुम देखो,

कैसी खुशी हर तरफ है छाई,

एक तरफ कोहरा उठाता हुआ,

दूसरी तरफ चिड़ियों का शोर है,

नदियों का पहाड़ से गिरना,

दीवारों को तोड़ बाहर निकलना,

चारों तरफ़ छाई हरियाली ये,

मेरा ऐसा प्यारा गांव है ये।।






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गरिमा जोशी

उत्तरोडा, उत्तराखंड

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