मधुबनी : वित्त मंत्री ने जिले को किया निराश, कर्ज बांट चलते बने : शीतलांबर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 1 दिसंबर 2024

मधुबनी : वित्त मंत्री ने जिले को किया निराश, कर्ज बांट चलते बने : शीतलांबर

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मधुबनी (रजनीश के झा)। पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष सह प्रदेश प्रतिनिधि प्रो शीतलांबर झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 29 एवं 30 नवंबर को देश के वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने मिथिला के हृदय स्थली दरभंगा एवं मधुबनी के दौरे पर आईं और उनके कई कार्यक्रम निर्धारित था जिसमें प्रमुख रूप से दोनों जिले के लोगों को विभिन्न बैंकों के कर्ज वितरण की । प्रो झा ने कहा देश के वित्त मंत्री जी की जब मधुबनी और दरभंगा दौरे की खबर अखबार में देखने को मिला तो मिथिलावासियों को काफी खुशी हुई देश एवं प्रदेश के पिछड़े जिले को काफी फ़ायदा होगा वैसे मिथिला आतिथ्य सत्कार के लिए हमेशा से प्रसिद्ध रही है जो उन्हें एनडीए के नेताओं ने सत्कार किया है । प्रो झा ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि जब सिर्फ और सिर्फ बैंकों का ऋण वितरण हुआ और मिथिला के प्रमुख समस्याओं का जिक्र नहीं हुआ तो निराशा हाथ लगा , वैसे मोदी सरकार ही ऋण के सहारे चल रही है 2014 तक देश पर ऋण सिर्फ 55 लाख करोड़ रुपए था जो पिछले दस वर्षों में ही लगभग 200 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है , दरभंगा और मधुबनी के शिक्षित लोगों को ऋण के मकड़जाल में फंसाकर वित्त मंत्री कोई बड़ी काम कर के नहीं गई है बल्कि उनके जीवन को और कष्टदायक बना दी है।


प्रो झा ने कहा शिक्षित लोगों को कर्ज के मकड़जाल में ले जाने के श्रेह लेने के लिए एनडीए के नेताओं में काफी प्रतिस्पर्धा देखने को मिला , मिथिला खासकर मधुबनी , दरभंगा के प्रमुख जो समस्याएं, पलायन , बेरोजगारी , बंद पड़े उद्योग या बाढ़ एवं सुखार पर इन नेताओं का ध्यान नहीं गया । प्रो झा ने कहा आमलोगों को आशा था वित्तमंत्री बंद पड़े पंडौल सुता फैक्ट्री , गुलकोज फैक्ट्री , लोहट चीनी मिल , सकरी चीनी मिल , रैयाम चीनी मिल , रामेश्वर जुट मिल , अशोक पेपर मिल को पुनः चालू करने के दिशा में कोई ठोस घोषणा करेंगी और नई उद्योग मिथिला क्षेत्र मिलेगा जिससे कि यहां के लोगों का जीवन स्तर ऊपर आयेगा और पलायन रुकेगी , बेरोज़गारी दूर होगा शिक्षित नौजवानों को रोजगार मिलेगा ,लेकिन मिला तो सिर्फ निराशा । प्रो झा ने कहा हमलोगों को आशा था वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जरूर कुछ न कुछ देकर जाएंगी ये चुनावी वर्ष आने ही बाला है हो सकता है कि मिथिलाराज या मिथिला विकास बोर्ड पर ही कुछ कहेंगी ,लेकिन हुआ कुछ भी नहीं । वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जी की दो दिवसीय दौरा मिथिला के लोगों को कुल मिलाकर हतोत्साहित ही किया ।

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