- BIPEX-2024 में पिछले तीन दिनों से चल रहे विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण
- AR-VR के तकनिकी के द्वारा टिकटों की डिजिटल दुनिया देखने कि लगी रही भीड़, बच्चों के जबरदस्त प्रदर्शन नें कार्यक्रम में लगाया चार चाँद
पटना (रजनीश के झा)। 30 नवंबर को ज्ञान भवन पटना में भारतीय डाक विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी BIPEX-2024 के भव्य आयोजन का समापन कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय उद्घाटनकर्ता श्री दिलीप कुमार जयसवाल, माननीय मंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार , बिहार सरकार के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। श्री अनिल कुमार, चीफ पोस्टमास्टर जनरल, बिहार, श्री परिमल सिन्हा, पोस्टमास्टर जनरल उत्तरी प्रक्षेत्र, श्री मनोज कुमार, पोस्टमास्टर जनरल पूर्वी प्रक्षेत्र एवं श्री पवन कुमार, डाक निदेशक, मुख्यालय के द्वारा कार्यक्रम के लिए पधारे मुख्य अतिथि एवं सभी विशिष्ट अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
कार्यक्रम का उदघाटन श्रीमती अनुराधा कृष्ण रस्तोगी के डाक टिकट वंदना से किया गया। श्री मनोज कुमार, पोस्टमास्टर जनरल पूर्वी प्रक्षेत्र, भागलपुर ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया एवं प्रदर्शनी में प्रदर्शित 12000 टिकटों से मिलने वाले ज्ञान जैसे पहनावा, कला, संस्कृति, विचार, ज्ञान विज्ञान इत्यादि अनेक जानकारियों के बारे में बताया एवं यह समझाया कि क्यों टिकट संगरण कि कला को शौकों का बादशा एवं बादशाहों का शौक कहते है l अपने स्वागत संबोधन में वर्तमान समय में डाक विभाग के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया उन्होंने प्रदर्शित डाक टिकटों के महत्त्व को सभी उत्सुक दर्शको के समक्ष रखा, उनके द्वारा प्रदर्शित अति दुर्लभ तीनों डाक टिकटों के बारे में विस्तार से बताया गया एवं आज के अनावरण एवं विमोचन के विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। श्री अनिल कुमार, चीफ पोस्टमास्टर जनरल, बिहार, ने बच्चों को फिलाटेली के शानदार शौक को अपनाने के लिए प्रेरित किया जो कि अति मजेदार तरीके से ज्ञान का संवर्धन भी करता है l उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह आज के परिप्रेक्ष्य में बच्चों को डिजिटल मीडिया के लत से दूर रहने में भी अहम् भूमिका निभा सकता है l उन्होंने बापू एवं बा के प्रतिरुप बन कर समाज की सेवा के लिए श्रीमती अनुराधा कृष्ण रस्तोगी एवं श्री एस. के. रस्तोगी को विभाग के तरफ से धन्यवाद दिया एवं सभी फिलाटेलिस्ट महोदय को इस कार्यक्रम में शामिल होकर इसे सफल बनाने के लिए उनका अभिनन्दन किया। श्री दिलीप कुमार जयसवाल, माननीय मंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार , बिहार सरकार, द्वारा डाक विभाग एवं श्री अनिल कुमार, चीफ पोस्टमास्टर जनरल, बिहार को शुभ कामनाएं दी गयी l उन्होंने एक टिकट के माध्यम से दी जाने वाली ज्ञान के बारे में जानकरी दिया l पिछले दो दिनों में डाक विभाग के द्वारा कि जाने वाली सभी अनावरण एवं विमोचन में बिहार कि महिमा को बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया l उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट डिजिटल लेन-देन को डाक विभाग में पूरी तरह लागू करने के लिए विभाग को बधाई दिया l इस आयोजन के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन अतीत से जोड़ती है साथ ही डाक टिकटों के जरिए उस दौर के राजनीतिक, सामाजिक व सांस्कृतिक परिवेश को भी समझा जा सकता है l उन्होंने सभी प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके परिश्रम एवं सहयोग के लिए आशीर्वचन दिया। आज के समापन समारोह को प्रो० (डॉ.) सुनील कुमार, चन्द्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, पटना; श्री रविन्द्र कुमार चौधरी, मुख्य महाप्रबंधक, BSNL; श्री बिन्दे कुमार, निदेशक, इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संसथान, पटना; श्री दीपक कुमार सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव; श्रीमती हरजोत कौर, प्रबंध निदेशक महिला विकास निगम; वंदना प्रेयसी सचिव, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन जैसे विभूतियों ने समापन समारोह के मंच को शोभायमान किया। इसके पश्चात माननीय मुख्य अतिथि एवं उपस्थित अन्य विशिष्ट अतिथियों के द्वारा रामनाथ रस्तोगी “व्याकुल” पर विशेष आवरण का विमोचन किया गया ।
प्रदर्शनी में लगाये गए अत्यंत दुर्लभ टिकट, एवं थीम पर आधारित बहुमूल्य टिकटों ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया l टिकटों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करने हेतु सभी जगह गाइड भी मौजूद थे l दूसरी ओर आधुनिक तकनीक आधारित AR-VR के माध्यम से टिकटों की दुनिया में झाकने और समझने वालों की जिज्ञासा शांत होती नहीं दिख रही थी । इस प्रदर्शनी परिसर में आगंतुकों के लिए बनाये गए डाकघर काउंटर पर दी जाने वाली सुविधाओं को भी दर्शकों ने खूब सराहा, जहां लोग फिलेटली डिपॉजिट अकाउंट खुलवाए , माय स्टाम्प बनवाकर अति प्रसन्न हुए l इसके अतरिक्त डाक विभाग द्वारा एक पोस्ट शॉपी का काउंटर भी लगाया गया है जहां आगंतुकों ने कई प्रकार कि डाक वस्तुएं जैसे फिलाटेली किट, टी. शर्ट, मग, मोबाइल होल्डर डायरी इत्यादि खरीदने में खूब दिलचस्पी दिखाई l इसके अलावे बहुत सारे महत्वपूर्ण एवं स्थानीय कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बहुत सारे काउंटर ने भी लोगों को अपने विशेषताओं के प्रति खूब आकर्षित किया । BIPEX-2024 को सफल बनाने के लिए श्री नरसिंह महतो, सतर्कता अधिकारी, बिहार परिमंडल; श्री रास बिहारी राम, प्रवर डाक अधीक्षक, गया प्रमंडल; श्री रंजय कुमार सिंह, चीफ पोस्टमास्टर पटना,जी पी ओ; श्री राजदेव प्रसाद, प्रवर डाक अधीक्षक, रेल डाक सेवा मंडल, पटना, श्री मनीष कुमार, प्रवर डाक अधीक्षक, पटना; श्री शम्भू राय, प्रवर डाक अधीक्षक मुजफ्फरपुर; श्री शम्भू कुमार सहायक निदेशक, वित्तीय सेवाएं; श्री रोबिन चन्द्र, सहायक निदेशक फिलाटेली, श्री प्रियरंजन कुमार सहायक निदेशक स्थापना; श्री संतोष तिवारी, सहायक निदेशक, भवन, श्री प्रणव झा सहायक निदेशक, स्टाफ; श्री धर्मेन्द्र कुमार, इंचार्ज एम. एम. यू., श्री अशोक प्रसाद, सहायक निदेशक; श्री नविन कुमार, सहायक निदेशक; श्री अरविन्द कुमार, सहायक निदेशक; श्री कुंदन कुमार डाक अधीक्षक, नालंदा; श्री राजीव कुमार, डाक अधीक्षक, वैशाली; श्री तनवीर अहमद, डाक अधीक्षक, पटना साहिब; डॉ. आशुतोष आदित्य, डाक अधीक्षक, पूर्वी चंपारण; श्री अनिल कुमार, डेप्युटी चीफ पोस्टमास्टर पटना,जी पी ओ; कुमारी सरिता डेप्युटी चीफ पोस्टमास्टर पटना,जी पी ओ; तथा डाक विभाग के सभी कर्मचारियों ने दिन रात म्हणत कर इस कार्क्रम को सफल बनाया l
रामनाथ रस्तोगी “व्याकुल”
रामनाथ रस्तोगी 'व्याकुल' का जन्म 3 सितम्बर 1926 को कुदरा (कैमूर), बिहार में हुआ था। महात्मा गांधी के आहवान पर वे भारतीयों को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए सन् 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में कूद पड़े। उन्होंने छात्रों पर हो रहे अत्याचारों का जमकर विरोध कर ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई लड़ी। ब्रिटिश सरकार की लाठियों और गोलियों का सामना करते हुए उन्होंने आंदोलन को गति दी। इन्हें गिरफ्तार कर सासाराम जेल में कैद कर दिया। बाद में उन्हें हजारीबाग सेंट्रल जेल में रखा गया। 6 नवम्बर 1969 को उनका निधन हो गया। उनका स्मारक कुदरा में स्थित है । आज अंतिम दिन प्रदर्शनी के आगंतुकों की भीड़ ने “बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी” “BIPEX-2024” के सफलता के विहंगम दृश्य को प्रस्तुत किया एवं प्रदर्शनी के सम्पूर्ण सफलता का गवाह बना । तीन दिनों से चल रहे प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्करों से सम्मानित किया गया तथा उन सभी प्रतिभागीयों के प्रति समूचे डाक विभाग ने आभार प्रकट किया जिन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लिया।
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