- प्रसिद्ध लेखकों में विकास स्वरूप की 'द गर्ल विद द सेवन लाइव्स', मनु एस. पिल्लई की "गॉड्स, गन्स एंड मिशनरीज: द मेकिंग ऑफ द मॉडर्न हिंदू आइडेंटिटी", डॉ. विक्रम संपत की "टीपू सुल्तान: द सागा ऑफ मैसूर'स इंटररेग्नम (1760-1799)", उपमन्यु चटर्जी की "लोरेंजो सर्चेस फॉर द मीनिंग ऑफ लाइफ", कवि जीत थयिल की "आई विल हैव इट हियर", और अरुणावा सिन्हा की अनुवादित पुस्तक "टेन डेज ऑफ द स्ट्राइक: सिलेक्टेड स्टोरीज़" को KLF बुक अवार्ड्स (अंग्रेजी) की अंतिम चयन सूची में शामिल किया गया है।
- प्रसिद्ध लेखकों में अनंत विजय की 'ओवर द टॉप: ओटीटी का मायाजाल', कबीर संजय की "गोड़ावण: मोर अंगना की सोन चिरैया", शिव बालक मिश्रा की "गांव से बीस पोस्टकार्ड", मनीषा कुलश्रेष्ठ की "वन्या", भगवंदास मोरवाल की "कंस", सुजाता शिवेन की अनुवादित पुस्तक "चारु, चीवर और चार्या", प्रभात रंजन की 'किस्साग्राम', यतीश कुमार की 'बोर्सी भर आंच | अतीत का सैरबीन', और देवी प्रसाद मिश्रा की 'कोई है जो' को KLF बुक अवार्ड्स (हिंदी) की अंतिम चयन सूची में शामिल किया गया।
- विजेताओं की घोषणा 15 फरवरी 2025 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (IIC), नई दिल्ली में होने वाले KLF बुक अवार्ड्स समारोह में की जाएगी।
"ये चयन KLF की उस प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं जो साहित्य के माध्यम से विचारों के मुक्त आदान-प्रदान, विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। KLF उन प्रभावशाली कृतियों को सम्मानित करता है जो न केवल साहित्यिक उत्कृष्टता का प्रदर्शन करती हैं बल्कि सामाजिक जागरूकता, आलोचनात्मक चिंतन और संवाद को भी प्रोत्साहित करती हैं। ये कृतियाँ हमें नए परिप्रेक्ष्य देकर प्रेरित करती हैं, विभिन्न संस्कृतियों और विचारों को जोड़कर एकता का संदेश देती हैं, और हमें ज्वलंत मुद्दों पर चिंतन करने के लिए प्रेरित करती हैं।" इस वर्ष की अंग्रेजी विस्तृत सूची में कई उल्लेखनीय रचनाएँ शामिल हैं, जैसे: विकास स्वरूप की 'द गर्ल विद द सेवन लाइव्स', उपमन्यु चटर्जी की "लोरेंजो सर्चेस फॉर द मीनिंग ऑफ लाइफ", डॉ. विक्रम संपत की "टीपू सुल्तान: द सागा ऑफ मैसूर'स इंटररेग्नम (1760-1799)", मनु एस. पिल्लई की "गॉड्स, गन्स एंड मिशनरीज: द मेकिंग ऑफ द मॉडर्न हिंदू आइडेंटिटी", सोमनाथ बतब्याल की 'रेड रिवर', तानिया जेम्स की 'लूट', दिलीप सिन्हा की 'इम्पीरियल गेम्स इन तिब्बत', त्रिदीप सुहरुद की 'द डायरी ऑफ मनु गांधी (1946-1948)', स्मारक स्वैन की 'डिजिटल फॉर्च्यून्स: ए वैल्यू इन्वेस्टर’स गाइड टू द न्यू इकोनॉमी', रवि चौधरी की "कैपिटलिज्म टू पीपलिज्म"। ये चयन KLF बुक अवार्ड्स के उस उद्देश्य को दर्शाते हैं, जो समृद्ध कथाओं के विविध ताने-बाने को सम्मानित करने के लिए समर्पित है। KLF बुक अवार्ड्स केवल सम्मान नहीं, बल्कि साहित्य की स्थायी शक्ति का उत्सव है, जो जोड़ता, प्रेरित करता और रूपांतरित करता है। इस वर्ष की हिंदी विस्तृत सूची में कई प्रतिष्ठित रचनाएँ शामिल हैं, जिनमें उल्लेखनीय लेखक अनंत विजय की 'ओवर द टॉप: ओटीटी का मायाजाल', विमल चंद्र पांडेय की 'दशाश्वमेध', गरिमा श्रीवास्तव की 'हिंदी नवजागरण: इतिहास, गल्प और स्त्री-प्रश्न', नीलेश मिश्रा की 'गांव से बीस पोस्टकार्ड', कबीर संजय की 'गोड़ावण: मोर अंगना की सोन चिरैया', यतीश कुमार की 'बोर्सी भर आंच | अतीत का सैरबीन', मनीषा कुलश्रेष्ठ की 'वन्या', प्रभात रंजन की 'किस्साग्राम', भगवंदास मोरवाल की 'कंस', सर्वेश तिवारी ‘श्रीमुख’ की 'पूर्णाहुति' और देवी प्रसाद मिश्रा की 'कोई है जो' प्रमुख रूप से शामिल हैं। ये कृतियाँ KLF बुक अवार्ड्स (हिंदी) की विस्तृत सूची में चयनित हुई हैं और समकालीन हिंदी साहित्य की उत्कृष्टता को उजागर करती हैं।
चयन प्रक्रिया पर विचार
"कलिंगा साहित्य उत्सव (KLF) के संस्थापक एवं निदेशक, श्री रश्मि रंजन परिदा ने कहा, "इस वर्ष विस्तृत सूची से अंतिम चयन सूची तक की यात्रा अत्यंत चुनौतीपूर्ण रही, क्योंकि प्रस्तुत नामांकनों की गुणवत्ता और गहराई असाधारण थी। मैं हमारे प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल के प्रति अपनी हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। उनकी प्रतिबद्धता और विशेषज्ञता ने 2,000 से अधिक नामांकनों के विशाल समूह में से सर्वश्रेष्ठ कार्यों का चयन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुस्तकों का चयन [चयन मानदंड, जैसे कि मौलिकता, साहित्यिक गुणवत्ता, सामाजिक प्रासंगिकता] के आधार पर किया गया। यह अंतिम चयन सूची उन परिवर्तनकारी साहित्यिक कृतियों का प्रतीक है जो अपनी विचारोत्तेजक विषय-वस्तु, नवीन लेखन शैली और समकालीन मुद्दों से जुड़ाव के कारण भविष्य की बौद्धिक और सांस्कृतिक चर्चा को आकार देने में सक्षम हैं।" "कलिंगा साहित्य उत्सव (KLF) के सीईओ, श्री अशोक कुमार बल ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, "KLF बुक अवार्ड्स केवल साहित्यिक प्रतिभा का सम्मान नहीं हैं, बल्कि उन विविध आवाज़ों का उत्सव भी हैं जो हमारी सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करती हैं। हम विभिन्न भाषाओं, क्षेत्रों, वर्गों और लिंगों के लेखकों को प्रोत्साहित करते हैं ताकि साहित्य में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके। ये कृतियाँ अपनी विषय-वस्तु और दृष्टिकोण के माध्यम से हमारी सांस्कृतिक विरासत को नए आयाम प्रदान करती इस अंतिम चयन सूची का निर्माण एक आसान कार्य नहीं था, और मैं हमारे प्रतिष्ठित निर्णायकों के प्रयासों की सराहना करता हूँ। ये कृतियाँ भाषाओं और संस्कृतियों के बीच की खाई को पाटने का कार्य करती हैं, क्योंकि ये हमें विभिन्न संस्कृतियों के अनुभवों, विचारों और मूल्यों से परिचित कराती हैं और एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती हैं।"
भाषाओं में उत्कृष्टता का सम्मान
अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत में 15 उत्कृष्ट पुस्तकों के अलावा, KLF बुक अवार्ड्स 21-23 मार्च 2025 तक भुवनेश्वर में होने वाले वार्षिक कलींगा साहित्यिक महोत्सव के दौरान ओडिया साहित्य के 4 अद्भुत कार्यों को भी मान्यता देगा।
साहित्यिक उत्कृष्टता की बढ़ती धरोहर
अपनी शुरुआत से ही, KLF बुक अवार्ड्स साहित्यिक मान्यता का एक मानक बन गए हैं, जो भारत की साहित्यिक धरोहर की सर्वोत्तम कृतियों का उत्सव मनाते हुए भाषाओं और शैलियों के बीच संवाद को प्रोत्साहित करते हैं। इस वर्ष के पुरस्कारों का अभूतपूर्व प्रतिसाद उनके बढ़ते प्रभाव और समाज को आकार देने में साहित्य की जीवंत भूमिका को रेखांकित करता है।
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