इस मौके पर ब्लैक बेल्ट मास्टर परमजीत सिंह पम्मा ने बच्चों की तकनीकी क्षमताओं को सराहा और उन्हें अपनी ओर से शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि ताइक्वांडो केवल एक खेल नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने का एक तरीका है जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक विकास में मदद करता है। सभी खिलाड़ियों ने उत्साह के साथ इस बेल्ट टेस्ट में भाग लिया और अच्छे अंक हासिल किए। इस टेस्ट का आयोजन ताइक्वांडो के प्रति बच्चों के प्रेम और समर्पण को और मजबूत करेगा, जिससे भविष्य में और भी बेहतरीन खिलाड़ी तैयार होंगे। राष्ट्रीय कोच ब्लैक बेल्ट श्री कृष्ण यादव ने बच्चों की मेहनत की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों का आत्मविश्वास और शारीरिक विकास दोनों ही बढ़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस टेस्ट में बच्चों ने जिस तरह से अपना प्रदर्शन किया है, वह उनके भविष्य में और भी अच्छा प्रदर्शन करने की ओर इशारा करता है। अंततः, इस सफल आयोजन से यह साबित हुआ कि सही मार्गदर्शन और समर्पण के साथ कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय)। राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर के मोहन गार्डन जैन रोड़ में पम्मा ताइक्वांडो अकादमी में आयोजित ताइक्वांडो बेल्ट टेस्ट में खिलाड़ियों ने अपनी बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस ग्रेडिंग टेस्ट में ताइक्वांडो के विभिन्न फॉर्म्स को दिखाते हुए बच्चों ने न केवल अपनी तकनीकी क्षमता का परिचय दिया, बल्कि साहसिक खेल भी खेले। यह आयोजन वर्ल्ड ताइक्वांडो फेडरेशन कुकिवान दक्षिणी कोरिया से ब्लैक बेल्ट मास्टर परमजीत सिंह पम्मा,राष्ट्रीय कोच ब्लैक बेल्ट श्री कृष्ण यादव,राष्ट्रीय रेफरी ब्लैक बेल्ट अजय यादव और बाल भारती स्कूल द्वारका के शारीरिक शिक्षक विवेक सोनी के मार्गदर्शन में हुआ। बेल्ट टेस्ट के दौरान 130 खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह साबित कर दिया कि उन्होंने प्रशिक्षण में अच्छी तरह से अभ्यास किया है। प्रतियोगिता के दौरान प्रत्येक खिलाड़ी ने अपनी फॉर्म्स को बिना किसी हिचकिचाहट के दिखाया और अच्छे अंक हासिल किए। इस परीक्षा में केवल शारीरिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि मानसिक ताकत और आत्मविश्वास का भी प्रदर्शन हुआ। बच्चों ने कठिन फॉर्म्स, किकिंग, और पंचिंग तकनीकों को सही तरीके से प्रस्तुत किया, जिससे यह स्पष्ट था कि उनका प्रयास काबिल-ए-तारीफ था।

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