इस बात को ध्यान में रखते हुए वैश्विक आयात पैटर्न के साथ उत्पाद की पेशकश को फिर से जोड़ने के लिए संपूर्ण पुनर्गठन और शीघ्र क्षमता वृद्धि की आवश्यकता थी। सरकार की पीएलआई और पीएममित्र पहलों द्वारा इसका काफी हद तक समाधान निकाला गया। आत्मविश्वास से परिपूर्ण उभरता भारत अपनी पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ने और पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार था। इसी दृष्टिकोण ने 2024 में भारत टेक्स के विचार को जन्म दिया। बहुत ही कम समय में भारत टेक्स एक परिवर्तनकारी मंच के रूप में सामने आया और वह नवाचार, सहयोग तथा वैश्विक पहुंच को बढ़ावा दे रहा है। इस प्रमुख आयोजन का दूसरा संस्करण भारत टेक्स 2025 इस विरासत को जारी रखने और भारत के कपड़ा क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है। फरवरी 2024 में आयोजित पहले भारत टेक्स की शानदार सफलता के साथ आगामी संस्करण अधिक व्यापक, बेहतर और ज्यादा प्रभावशाली होने का वादा करता है। आइए, जानें कि भारत टेक्स 2025 भारत के कपड़ा उद्योग के लिए कितना महत्वपूर्ण है। भारत टेक्स 2025 अत्याधुनिक तकनीकों, व्यावसायिक अवसरों और रणनीतिक साझेदारियों को सामने लाने के लिए तैयार है। यह दुनिया भर के हितधारकों के लिए एक समन्वय केन्द्र के रूप में काम करेगा। भारत और विदेश के निर्माता, निर्यातक, डिज़ाइनर और नीति निर्माता विचारों का आदान-प्रदान करने और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक साथ मिलकर कार्य करेंगे। पारंपरिक हथकरघा से लेकर उन्नत तकनीकी वस्त्रों तक भारत की विविध वस्त्र पेशकशों को प्रदर्शित करने के लिए यह सबसे उपयुक्त मंच होगा। उच्च-स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों की उपस्थिति वैश्विक कपड़ा बाजार में एक विश्वसनीय, स्थिर और भरोसेमंद भागीदार के रूप में भारत की स्थिति को और मजबूत करेगी। इस आयोजन के दौरान किए गए समझौता ज्ञापन और रणनीतिक साझेदारी इस क्षेत्र में विदेशी निवेश, संयुक्त उपक्रम और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में वृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगी। स्थायित्व, वैश्विक कपड़ा उद्योग में एक केंद्रीय विषय बन चुका है और भारत टेक्स 2025 पर्यावरण के अनुकूल कार्य प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। कस्तूरी कॉटन ब्रांड घरेलू जैविक कपास को बढ़ावा दे रहा है और यह भारत की दीर्घकालिक फाइबर खोज में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है तथा अपने पूरे वैभव और उत्साह के साथ इसको प्रदर्शित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में जैविक कपड़े, पुनर्चक्रित सामग्री और ऊर्जा-कुशल उत्पादन तकनीकों सहित स्थायी नवाचारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। भारत टेक्स में हरित और भारत की डीकार्बोनाइजेशन एवं शुद्ध शून्य उत्सर्जन पर राष्ट्रीय रणनीति निकटता से जुड़ी हुई है। जैसे-जैसे भारत उन्नत और आवश्यक वस्त्रों में अपने नेतृत्व को आगे बढ़ा रहा है, सतत मंडप व्यवसायों को उनके संचालन और आपूर्ति श्रृंखलाओं में निरन्तरता को एकीकृत करने के लिए एक प्रारूप प्रदान किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान ज्ञान सत्र नीति समर्थन के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेंगे, जो उद्योग प्रमुखों और नीति निर्माताओं को महत्वपूर्ण मुद्दों और विचारों पर चर्चा करने के लिए एक साथ लाएंगे। इस दौरान वैश्विक अनुपालन की उभरती जटिल वास्तुकला और लक्षित मार्ग दिखाने के तरीकों और साधनों पर भी विचार-विमर्श होगा। इन चर्चाओं के मुख्य निष्कर्ष भविष्य की नीति रूपरेखाओं को प्रभावित करेंगे, जिससे लंबे समय में कपड़ा उद्योग को लाभ होगा। भारत टेक्स 2025 भारतीय कपड़ा निर्माताओं को न केवल नवीनतम वैश्विक रुझानों से अवगत होने के लिए प्रोत्साहित करेगा, बल्कि उन्हें दूसरों से आगे रहने में भी सहायता प्रदान करेगा। जैसे-जैसे कपड़ा उद्योग 4.0 को अपना रहा है, भारत टेक्स अत्याधुनिक मशीनरी, स्मार्ट विनिर्माण समाधान और डिजिटल उपकरणों के प्रदर्शन के माध्यम से वस्त्रों के भविष्य को आकार देने में प्रौद्योगिकी की भूमिका को उजागर करेगा। फैशन पूर्वानुमान के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के लिए ब्लॉकचेन तकनीक के अलावा अन्य मुख्य आकर्षण होंगे। भारत टेक्स 2025 भारतीय कपड़ा निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और खुदरा विक्रेताओं से जुड़ने के लिए एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगा। समर्पित बी2बी मैचमेकिंग सत्र और निर्यात-केंद्रित सेमिनार निर्यातकों को अपने उत्पादों को वैश्विक दर्शकों के सामने प्रदर्शित करने, गैर-पारंपरिक बाजारों के लिए दरवाजे खोलने और वर्तमान बाजारों का विस्तार करने में सक्षम बनाएंगे। भारत टेक्स 2025 सबसे उपयुक्त रूप से “मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड” और “वोकल फॉर लोकल और लोकल फॉर ग्लोबल” के विचार को आत्मसात करते हुए “आत्मनिर्भर भारत” की सच्ची भावना को प्रदर्शित करता है। भविष्य में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के प्रति आशान्वित है, इसलिए कपड़ा क्षेत्र इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत टेक्स 2025, अपने व्यापक एजेंडे और दृष्टिकोण के साथ, इस परिवर्तन का उत्प्रेरक साक्षी बनने और भारत को एक वैश्विक कपड़ा महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए तैयार है।
मिथिलेश्वर ठाकुर,
महासचिव, परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी)
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