फिल्म के निर्माता प्रदीप सिंह ने बताया कि यह फिल्म केवल मनोरंजन नहीं बल्कि एक संदेश भी देती है कि महिलाएं किसी भी परिस्थिति में कमजोर नहीं होतीं। उन्होंने कहा, "हमने इस फिल्म में समाज की उस सच्चाई को दिखाने का प्रयास किया है, जहां महिलाएं अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करती हैं और जीत हासिल करती हैं।" प्रदीप सिंह ने दर्शकों से अपील की कि वे इस फिल्म को जरूर देखें और इसके संदेश को आत्मसात करें। फिल्म का निर्देशन संजीव बोहरपी ने किया है, जिन्होंने एक सामाजिक विषय को रोचक तरीके से बड़े पर्दे पर उतारा है। फिल्म में अंजना सिंह और यामिनी सिंह मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगी, जबकि देव सिंह, रितेश उपाध्याय, संजय पांडेय, राम सुजान सिंह, जे नीलम, प्रेम दुबे, अयाज खान और निशा तिवारी सह-कलाकार की भूमिका में होंगे। फिल्म का संगीत मुन्ना दुबे ने दिया है, जबकि गीतकार प्यारेलाल यादव और सुरेंद्र मिश्रा ने अपने शब्दों से गानों को सजीव बनाया है। छायांकन का कार्य सावन प्रजापति ने किया है, जबकि फिल्म का संपादन साहिल अंसारी द्वारा किया गया है। फिल्म में एक्शन सीक्वेंस को प्रभावशाली बनाने का काम हीरा यादव ने किया है, जबकि नृत्य निर्देशन प्रवीण शेलार और एम.के. गुप्ता ने किया है। "छोटकी दीदी - बड़की दीदी" एक पारिवारिक और सामाजिक फिल्म है, जिसमें महिलाओं की संघर्षशीलता और समाज में उनकी भूमिका को प्रभावी तरीके से दिखाया गया है। फिल्म न सिर्फ मनोरंजन करती है, बल्कि एक मजबूत सामाजिक संदेश भी देती है कि महिलाएं किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानतीं। तो तैयार हो जाइए 22 फरवरी को शाम 6 बजे भोजपुरी सिनेमा चैनल और दंगल एप पर इस प्रेरणादायक फिल्म को देखने के लिए और जानिए कि कैसे दो बहनों का संघर्ष उनकी जीत की कहानी बन जाता है।

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