चन्दन कुमार गोनावां ने कहा कि मैं सवर्ण समाज के सम्मेलन से प्रभावित होकर सवर्ण समाज के सामाजिक,आर्थिक , सांस्कृतिक और राजनीतिक उत्थान के लिए सतत प्रयत्नशील हूं और रहूंगा. अनुज बाबू को विधान सभा पहुंचाने के लिए हम तमाम युवा पीढ़ी ऐड़ी-चोटी एक कर देंगे. गौरी शंकर सिंह पूर्व प्रमुख ने कहा कि मसौढा गांव अनुज बाबू को साथ देने में हमेशा एक पैर पर खड़ा रहेगा. पूर्व कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गुरम्भा निवासी राम नरेश सिंह ने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि प्रो अनुज सिंह नीजि स्वार्थ या रूपये कमाने के लिए चुनाव नहीं लड़ने जा रहे है, बल्कि राजनीति में नया बदलाव लाना ही इनका मुख्य उदेश्य है. इसीलिए एक मौका जिन्हें जरूर देना चाहिए.अगर अपने किये गए वादे पर खरा नहीं उतरेंगे तो अगले बार इन्हें खुद जनता नकार देगी. इन वक्ताओं के अलावे संजीव कुमार काजीचक,प्रो बलराम सिंह पसई, प्रो वीरेंद्र कुमार कोशला,श्री कान्त सिंह पूर्व प्राचार्य नारदीगंज,सुरेश प्रसाद सिंह विक्कु,महेंद्र प्रसाद सिंह न्यू अ एरिया, रवीन्द्र सिंह पूर्व मुखिया रामे, राम चरित्र सिंह पछियाडीह, युगल किशोर सिंह नथनपुरा,अनुज प्रसाद सिंह जनपुरा,गोरेलाल सिंह समाय, सुनील सिंह हड़िया, नरेंद्र कुमार सिंह दिरी,विजय प्रसाद सिंह सोनसा,चन्द्र शेखर सिंह नेया,सुविन सिंह शहजपुरा,नरेश सिंह न्यू एरिया, प्रवीण कुमार नरदीडीह,बिट्टू कुमार समाय,रामसागर सिंह मियांविगहा, राकेश कुमार गोनी आदि थे. सबो ने एक स्वर से डॉ अनुज सिंह का गर्म- जोशी भरा समर्थन सह अभिनन्दन किया. सबों ने यह भी कहा कि हम सभी अभी से ही अपने गांव व नगर के चौक-चौराहे ,हर मोड़ व दलान पर इसकी चर्चा जोर-शोर से प्रारम्भ कर देंगे. जो लोग यहां किसी कारण बस नहीं पहुंच पाये उनके नजदीक भी यह संदेश पहुंचाने में पीछे नहीं रहेंगे.
विचार गोष्टी सह चिंतन शिविर में का प्रारम्भ बिहार केसरी व पूर्व मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह के तैल चित्र के समीप उपस्थित सवर्ण समाज के बुजुर्गों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित की गई. साथ श्री कृष्ण सिंह अमर रहे जैसे गगनभेदी नारों से चहुँओर गुंजायमान हो उठा. यह विचार गोष्टी सह चिंतन शिविर शत प्रतिशत सफल रहा. लोगों की उपस्थिति भी काफी उत्साहवर्धक रहा. इन्होंने कहा कि हरेक समाज व सम्प्रदाय का अपेक्षाकृत आशीर्वाद, श्रद्धा,सहयोग और सहानुभूति हमें मिल रहा है. डॉ अनुज सिंह ने अंत में कहा कि सुभाष चन्द्र बोस ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कहा था कि आप हमें खून दो और मैं तुम्हें आजादी दूंगा. इसी तरह मैं आपसे वादा करते हुए कहता हूँ कि आप सब हमें साथ,सहयोग और आशीर्वाद दें, मैं आपको एक नए राजनीति की शुरुआत के साथ नये शिक्षित व विकसित नवादा दूंगा.कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा आशीर्वचन के साथ इसके आयोजक डॉ अनुज सिंह ने किया.

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