दरभंगा : DCE दरभंगा में छात्रों को स्पोकन इंग्लिश सिखाने की अनूठी पहल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 16 फ़रवरी 2025

दरभंगा : DCE दरभंगा में छात्रों को स्पोकन इंग्लिश सिखाने की अनूठी पहल

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दरभंगा (रजनीश के झा) कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (DCE), दरभंगा ने छात्रों के संचार कौशल (कम्युनिकेशन स्किल्स) को मजबूत बनाने के लिए साप्ताहिक स्पोकन इंग्लिश कक्षाओं की शुरुआत की है। यह नि:शुल्क ऑनलाइन सत्र हर रविवार दोपहर 03:00 बजे आयोजित किए जाते हैं। इनका उद्देश्य छात्रों को आत्मविश्वास के साथ अंग्रेज़ी में संवाद करने की क्षमता प्रदान करना है, जो आज के प्रतिस्पर्धी दौर में नौकरी प्राप्त करने के लिए एक अहम कौशल बन चुका है। प्रो. श्रीश चौधरी, जो पूर्व में आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर रहे हैं, DCE दरभंगा में प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस के रूप में कार्यरत हैं। वे भाषा शिक्षण के क्षेत्र में लंबे समय से कार्यरत हैं और वर्तमान में पंचजन्य केंद्र चला रहे हैं, जहाँ वे गाँवों के वंचित बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उनका लक्ष्य छात्रों के भाषाई अवरोधों को दूर कर उन्हें एक प्रभावी वक्ता बनाना है।  


अब तक के प्रमुख सत्रों की झलक  

सुनने का अभ्यास – अंग्रेज़ी समझने और सही उच्चारण सीखने के लिए सुनने की क्षमता विकसित करने पर जोर।  

रेडियो और पॉडकास्ट से सीखना – छात्र समाचार और ऑडियो स्रोतों का उपयोग कर अपने शब्दावली ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।  

अभिव्यक्ति और प्रस्तुति कौशल – छात्रों को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से अपने विचार प्रस्तुत करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।  

समसामयिक विषयों पर चर्चा – महाकुंभ जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर वार्तालाप कर छात्रों को भाषा और सामान्य ज्ञान दोनों में सशक्त बनाया जा रहा है।  


5वां सत्र: एआई के माध्यम से अंग्रेज़ी सीखने पर विशेष व्याख्यान  

16 फरवरी 2025 को आयोजित 5वें सत्र में श्री राकेश चौधरी (प्रिंसिपल टेक्निकल राइटर, ओरेकल) विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने "एआई के माध्यम से अंग्रेज़ी सीखना" विषय पर व्याख्यान दिया। इस सत्र में छात्रों को यह सिखाया गया कि:  

✔ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) कैसे भाषा शिक्षण को आसान और प्रभावी बनाती है।  

✔ स्पीच रिकग्निशन टूल्स और एआई-पावर्ड ऐप्स का उपयोग करके उच्चारण और व्याकरण में सुधार किया जा सकता है।  

✔ एआई-आधारित भाषा सीखने के प्लेटफार्म्स से व्यक्तिगत स्तर पर सुधार लाने में मदद मिलती है।  

छात्रों ने एआई उपकरणों के साथ व्यावहारिक अभ्यास किए, जिससे वे इंटरएक्टिव और रोचक तरीके से अंग्रेजी सीख सके।  


विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों से जुड़ाव

इस पहल से न केवल DCE दरभंगा के छात्र लाभान्वित हो रहे हैं, बल्कि इंजीनियरिंग कॉलेज सीवान, मोतिहारी, मधेपुरा और अन्य संस्थानों के छात्रों ने भी इन सत्रों में भाग लिया। उनकी उत्सुकता और सहभागिता से चर्चाएं और भी ज्ञानवर्धक बन गईं। सीवान, मोतिहारी, मधेपुरा और अन्य कॉलेजों के छात्रों ने एआई और भाषा सीखने में उसकी भूमिका को लेकर महत्वपूर्ण सवाल पूछे


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प्रो. (डॉ.) संदीप तिवारी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि "यह एक बेहतरीन पहल है, जिससे स्कूल और कॉलेजों के छात्र जुड़कर अपने संचार कौशल को निखार सकते हैं। आज के दौर में प्रभावी अंग्रेज़ी संवाद कौशल नौकरी पाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। चूंकि ये सत्र ऑनलाइन आयोजित किए जा रहे हैं, इसलिए दूर-दराज के क्षेत्रों के छात्र भी इससे बहुत लाभान्वित हो सकते हैं। मैं प्रो. श्रीश चौधरी को इस सराहनीय प्रयास के लिए धन्यवाद देता हूँ।" यह DCE दरभंगा की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो छात्रों को व्यावसायिक और सामाजिक सफलता के लिए आवश्यक संचार कौशल विकसित करने में मदद कर रही है।

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