बघेल ने कहा की वर्तमान में गेहूं की लागत मूल्य की गणना करने पर ज्ञात होता है की अगर अब 2700 रूपये भी सरकार दे देती है तो वह किसानों के लिए काफी नहीं होगा,क्योंकि वर्तमान में खाद, बिजली, बीज, श्रम, डीजल, हंफाई का खर्च प्रति क्विंटल लगभग 3000 रूपये के आसपास आता है। ऐसी स्थिति में लागत मूल्य भी न मिल पाने से किसान कर्जदार होता जा रहा है। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने चुनाव के दौरान प्रदेश में किसानों की माली हालत सुधारने का वादा किया था और इसके लिए फसलों के उचित दाम देने का वादा किया था लेकिन भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद अभी तक किसानों के हित में गेहूं और धान का उचित मूल्य घोषित नहीं किया है जिसके कारण किसान ठगा हुआ महसूस कर रहा है। आप मांग करती है की अतिशीघ्र गेहूं का मूल्य 3000 रूपये एवं धान का मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य पर खरीदने के लिए समर्थन मूल्य के ऊपर प्रदेश सरकार द्वारा बोनस की घोषणा की जाये ताकि किसान का जीवन सुखमय एवं कर्ज मुक्त हो सके। मांग पूरी नहीं होने पर आम आदमी पार्टी अग्र आंदोलन करेगी। ज्ञापन देने वालों में हरिप्रसाद मल्होत्रा ,लतीफ कुरैशी ,चेतन वास्तवर,साजिद मंसूरी,प्यारेलाल केवट मुख्तार हुसैन,सलीम खान,लखन मेवाड़ा,अनुराग मिश्रा,चांद सिंह मेवाडाआदि लोग उपस्थित रहे।
सीहोर। जनसुनवाई में पहुंचकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिलाध्यक्ष इंजि. कृष्णपाल सिंह बघेल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम का ज्ञापन कलेक्टर बालागुरूके को दिया। आप के द्वारा भाजपा सरकार से अपना संकल्प पूरा करने और किसानों को गेहूं और धान का उचित मूल्य देने की मांग की गई। जिलाध्यक्ष इंजि. कृष्णपाल सिंह बघेल ने बताया की भाजपा के मध्यप्रदेश संकल्प पत्र 2023 में मोदी की गारंटी भाजपा का भरोसा विधानसभा चुनाव के समय भाजपा की डबल इंजन सरकार ने किसानो से वादा किया था की हम सत्ता में आने के बाद गेंहू एवं धान का समर्थन मूल्य एवं बोनस मिलाकर क्रमश गेंहू का 2700 रुपये एवं धान का 3100 रुपये का भुगतान अन्नदाता किसान को करेंगे। लेकिन बड़ा खेदजनक है की वर्तमान में भाजपा सरकार द्वारा गेंहू एवं धान का जो मूल्य घोषित किया गया है वो भाजपा के संकल्प पत्र से काफी दूर है।

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