- जाति-पाति जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष किया : नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर

सीहोर। बुधवार को अनेक सामाजिक संगठनों के द्वारा शहर के गंज स्थित मंदिर में संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती का आयोजन किया गया था। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने यहां पर मौजूद सभी से शहर में स्वच्छता के साथ कुरीतियों से दूर रहने का संकल्प दिलाया और मंदिर के पास ही सामुदायिक भवन बनाए जाने की सौगात भी दी। कार्यक्रम में भाजपा महामंत्री रवि नागले, पार्षद लोकेन्द्र वर्मा, महेन्द्र जाटव, सन्नी जाटव के अलावा अन्य सामाजिक बंधु और क्षेत्रवासी शामिल थे। नपाध्यक्ष श्री राठौर ने कहा कि संत रविदास भारत के महान आध्यात्मिक गुरुओं में से एक थे, जिन्होंने अपने वचनों से विश्व को एकता और भाईचारे का संदेश दिया। उनका जन्म 1398 ई. में वाराणसी में हुआ था और 1540 ई. में उन्होंने शरीर त्याग किया। उन्होंने जीवन भर जाति-पाति जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष किया। उनके द्वारा दी गई को शिक्षाओं को लोग अपने जीवन में अपनाते हैं। उनकी शिक्षाओं ने प्रभु की उपासना और धार्मिक एकता में वृद्धि के लिए प्रेरित किया। समाज में उत्पन्न मतभेद और समाज की उन्नति के लिए अपना अहम योगदान दिया। आज के समय में भी गुरु रविदास जी के योगदान और अनमोल विचारों को याद किया जाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें