प्राचार्य डॉ. संदीप तिवारी ने विज्ञान और तकनीक के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि नवाचार और अनुसंधान ही भविष्य को नई दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन, रुचि और परिश्रम से ही सफलता संभव है। DCE दरभंगा छात्रों को नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति के लिए प्रेरित करता रहेगा। प्रोफेसर (डॉ.) चंदन कुमार ने कहा कि विज्ञान केवल एक विषय नहीं, बल्कि सोचने और समझने की प्रक्रिया है। छात्रों को नवाचार, प्रयोग और व्यावहारिक ज्ञान पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे समाज के लिए उपयोगी समाधान विकसित कर सकें। डॉ. दीप्ति भारती ने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों की वैज्ञानिक सोच को विकसित करने में सहायक होते हैं। मीडिया प्रभारी श्री विनायक झा ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दरभंगा (रजनीश के झा)। DCE दरभंगा में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर कक्षा 6 से 12 के उन छात्रों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने रैंक 3 से 10 प्राप्त की थी। उन्हें प्रमाण पत्र, पदक और नकद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।मुख्य अतिथि बीडीओ, दरभंगा सदर श्री रवि रंजन कुमार ने कहा कि आसान मार्ग के बजाय कठिन मार्ग अपनाएं, क्योंकि यही सफलता की कुंजी है। उन्होंने छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार विषय चुनने और नवाचार पर ध्यान देने की प्रेरणा दी। उन्होंने रॉबर्ट फ्रॉस्ट की कविता "The Road Not Taken" का उदाहरण देते हुए बताया कि रुचि के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करना ही सफलता का मूल मंत्र है। उन्होंने आज की पीढ़ी को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने की सलाह दी और कहा कि "कर्मचारी नहीं, नियोक्ता बनें" यह सोच समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।DCE दरभंगा के प्राचार्य डॉ. संदीप तिवारी का संदेश
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