मधुबनी : जिले में 4 मार्च 2025 को बच्चों को खिलाई जायेगी कृमि मुक्ति की दवा। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शनिवार, 1 मार्च 2025

मधुबनी : जिले में 4 मार्च 2025 को बच्चों को खिलाई जायेगी कृमि मुक्ति की दवा।

  • 7 मार्च 2025 को आयोजित किया जायेगा मॉप अप दिवस

Anti-worm-dose-madhubani
मधुबनी 01मार्च (रजनीश के झा)। जिले के बच्चों एवं किशोरों को 4 मार्च को अल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई जायेगी. जिसमें जिले के 1-19 वर्ष के बच्चों को कृमि से बचाने के लिए  राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अंतर्गत दवा खिलाई जायेगी. विदित हो कि एनीमिया मुक्त भारत बनाने में क्रीमी की दवा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है कार्यक्रम मुख्य रूप से विद्यालय ( सरकारी, अर्द्ध सरकारी, निजी, आंगनबाड़ी केंद्रों ) पर आयोजित किया जाता है उक्त कार्यक्रम के सफल संचालन को लेकर पूर्व  में ही सदर अस्पताल मधुबनी में सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम, आईसीडीएस एवं अन्य विभागों के कर्मियों के साथ एकदिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. पुनः आज जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभा कक्ष में जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई , जिसमें जिला पदाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन मधुबनी की अध्यक्षता में सभी सीडीपीओ , BEO सहित अन्य सभी हित भागी समूहों का प्रशिक्षण जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर एस के विश्वकर्मा द्वारा दिया गया । डॉ विश्वकर्मा ने बताया 07 मार्च  को अभियान के दौरान छूटे हुए बच्चों एवं किशोरों को मॉप अप दिवस का आयोजन कर उन्हें भी दवा खिलाई जाएगी.



 प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों को किया जायेगा जागरूक 

अभियान की सफलता को लेकर सभी सरकारी विद्यालयों एवं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पोस्टर, बैनर, पंपलेट और माइकिंग आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जाएगा. जिससे कोई भी बच्चा यह दवाई खाने से छूट ना पाए. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को उम्र के अनुसार खुराक दी जायेगी और इसे लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है. अभियान को लेकर माइक्रोप्लान तैयार किया जाएगा और उसी के हिसाब से बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी.


माइक्रोप्लान एवं लक्षित बच्चों की संख्या तय

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के. विश्वकर्मा  ने बताया कि जल्दी ही कृमि मुक्ति दिवस पर दवा खिलाये जाने वाले बच्चों की संख्या निर्धारित कर ली गई है . साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए माइक्रोप्लान भी ससमय तैयार कर लिया जायेगा. 

 

दवा के होते हैं मामूली साइड इफ़ेक्ट:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि दवा के सेवन के उपरांत कुछ बच्चों में उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं . पेट में कीड़े होने पर दवा खाने के बाद सिरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है जो थोड़ी देर में ठीक हो जाती है. समन्वय बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा सभी आंगनबारी तथा विद्यालयों में एलबेंडाजोल की गोली सहित सभी अन्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक के अधिकारियों द्वारा पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया गया। बैठक में सिविल सर्जन , एसीएमओ , डीपीआरओ, DIO, DPM , DCM , शिक्षा विभाग के अधिकारी , डीपीओ ICDS, निजी विद्यालय संगठन के अध्यक्ष, सहयोगी संस्था यूनिसेफ के प्रतिनिधि  सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं: