सीहोर : विज्ञान के उपयोग से अपने राष्ट्र और समाज का निर्माण बेहतर तरीके से कर सकते हैं : प्राचार्य शर्मा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 1 मार्च 2025

सीहोर : विज्ञान के उपयोग से अपने राष्ट्र और समाज का निर्माण बेहतर तरीके से कर सकते हैं : प्राचार्य शर्मा

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सीहोर। विज्ञान के उपयोग से अपने देश और समाज का निर्माण बेहतर तरीके से कर सकते हैं। विज्ञान के बिना हम अधूरे हैं। विज्ञान से हम को बहुत-कुछ दिया है। हमारे वैज्ञानिक लगातार विज्ञान के अविष्कार कर सुविधाओं से जोड़ रहे हैं। यह बात पीजी कॉलेज के प्राचार्य रोहिताश्व शर्मा ने दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर कही। यह कार्यक्रम एनसीएसटीसी, डीएसटी नईदिल्ली और मध्यप्रदेश प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल द्वारा प्रायोजित किया गया था। स्वागत भाषण में प्राचार्य श्री शर्मा ने डॉ. सीवी रमन सर के जीवन पर प्रकाश डाला गया और विज्ञान में उनकी उपलब्धि के बारे में भी बताया गया। विज्ञान दिवस क्यों मनाया जाता है इसके बारे में भी विद्यार्थियों को समझाया गया। इस अवसर पर सुपर चार्रिजिंग विथ एआई विषय पर लेक्चर श्रीमती तसनीम अहमद ने दिया। उन्होंने कहा कि एआई काउपयोग करके विद्यार्थी साइंस विषय में किस तरीके से अनुसंधान और अपने करियर को लेकर इसका उपयोग कर सकते हैं। अपने हर कार्य की गुणवत्ता को एआई के माध्यम से और अच्छा किया जा सकता है अलग-अलग एआई के टूल्स के बारे में भी विद्यार्थियों को समझाया गया । इसी प्रकार द्वितीय दिवस इकार्ड के वैज्ञानिक डॉ. सुरेन्द्र बरपटे ने विद्यार्थियों को बताया कि विज्ञान विषय में उनके लिए रोजगार की क्या-क्या संभावना है । अगर विद्यार्थी अनुसंधान में आगे बढऩा चाहते हैं तो उनके लिए जो विभिन्न प्रकार की फैलोशिप उपलब्ध है उनके बारे में बताया गया और विदेश में जाकर वह किस तरीके से विज्ञान विषय पर कार्य कर सकते हैं उसकी विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।


मृदा परीक्षण पर डेमोसट्रेशन रखा गया

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इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए मृदा परीक्षण पर एक डेमोंसट्रेशन रखा गया यह डेमोंसट्रेशन डॉ अभिषेक गुप्ता निर्देशक सीएमबीटी द्वारा विद्यार्थियों के सामने प्रदर्शित किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों को मृदा में उपस्थित माइक्रो और मेक्रोरो न्यूट्रिएंट किस तरीके से ज्ञात करते हैं वह बताए गए और उनके उपयोगिताओं के बारे में समझाया गया।  इस अवसर पर इसी के साथ-साथ रंगोली प्रतियोगिता और मॉडल प्रतियोगिता भी रखी गई जिसमें विद्यार्थियों द्वारा बढ़-चढक़र हिस्सा लिया गया। विज्ञान विषय पर आधारित विभिन्न प्रकार की रंगोलिया और मॉडल विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए और प्रदर्शित किए गए । कार्यक्रम के अंत में विभिन्न  प्रतियोगिताओं में विजेताओं को पुरस्कार वितरण किए गया।

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