- प्रशांत किशोर की असलियत को बिहार की जनता ने समझ लिया, रैली रही पूरी तरह फ्लॉप

पटना, 16 अप्रैल (रजनीश के झा)। भाकपा-माले के राज्य सचिव कामरेड कुणाल ने आज कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री के घेराव के क्रम में आयोजित प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज, वाटर कैनन के प्रयोग और नेताओं की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू सरकार का यह दमनात्मक रवैया लोकतंत्र के खिलाफ है और बिहार की जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी। यह सरकार अब चंद दिनों की मेहमान है और राज्य में बदलाव की लहर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। कामरेड कुणाल ने आज प्रशांत किशोर की रैली को पूरी तरह फ्लॉप करार दिया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता उनकी खोखली बातों और बड़े-बड़े दावों को अब भली-भांति समझ चुकी है। दिन-ब-दिन यह साफ होता जा रहा है कि प्रशांत किशोर भाजपा की बी-टीम के तौर पर काम कर रहे हैं। बिहार की ऐतिहासिक समस्याएं—जैसे आवासहीनता, भूमिहीनता, बटाईदार किसानों की बदहाली और ठेका-मानेदय पर कार्यरत लाखों स्कीम वर्कर्स की दुर्दशा—इन सब पर उनके पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी प्रॉक्सी राजनीति को बिहार की जनता नकार चुकी है। यह भी स्पष्ट हो गया है कि बीते 20 वर्षों के भाजपा-जदयू के कुशासन के खिलाफ राज्य में एकमात्र विकल्प महागठबंधन के नेतृत्व में बनने वाली सरकार है। भाकपा-माले द्वारा आयोजित ‘बदलो बिहार महाजुटान’ में आंदोलनकारी और सामाजिक न्याय की ताक़तों ने राज्य में बदलाव का एजेंडा तय कर दिया है।
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