कोटा : पक्षियों के लिए परिंडे बांधो कार्यक्रम का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 22 अप्रैल 2025

कोटा : पक्षियों के लिए परिंडे बांधो कार्यक्रम का आयोजन

Food-for-birdes-kota
कोटा (विनय मिश्र)। विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के तथा युवा आदर्श फाऊंडेशन, कोटा के संयुक्त तत्वावधान में भीषण गर्मी को देखते हुए 'पक्षियों के लिए परिंडे बांधो कार्यक्रम' आयोजित किया गया।  महाविद्यालय के नवीन भवन परिसर में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान् सहायक निदेशक, कालेज शिक्षा, परिक्षेत्र कोटा प्रो. विजय कुमार पंचोली, विशिष्ट अतिथि जिला समन्वयक एनएसएस श्रीमती रीना मीणा तथा महाविद्यालय प्राचार्य प्रो रोशन भारती द्वारा अपने करकमलों से परिंडे बांधकर और उसमें पानी डालकर कार्यक्रम की शुरुआत की। महाविद्यालय की उद्यान वाटिका में छायादार वृक्षों की डालियों पर महाविद्यालय संकाय सदस्यों, कार्मिकों तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा पक्षियों के लिए 50 से अधिक परिंडे बांधे और उनमें नियमित रूप से पानी डालने का संकल्प लिया। इस अवसर पर प्रो वी. के. पंचोली ने अपने उद्बोधन में कहा कि 'माता भूमि पुत्रोहं पृथिव्या:' यह सनातन धारना हम सब के संस्कारों में रची बसी है। हम 'वसुधैव कुटुम्बकम्' के संकल्प के साथ प्राणीमात्र के कल्याण की भावना रखते हैं। भीषण गर्मी के इस मौसम मूक प्राणियों, पशु-पक्षियों के जीवन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।  श्रीमती रीना मीणा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना हमेशा सेवा कार्यों हेतु तत्पर रहते हुए आज पक्षियों के लिए परिंडे बांधों कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। हम सभी को इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेते हुए अपने आसपास के परिंडे और दाने पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय प्राचार्य प्रो रोशन भारती ने कहा कि पक्षियों की चहचहाहट में मधुर संगीत समाहित रहता है तो हमारे अंदर उमंग, उत्साह और खुशी का संचार करता है। पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए हम सभी को आगे रहना चाहिए।  कार्यक्रम का संयोजन महाविद्यालय के चारों राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. समय सिंह मीणा, डॉ. चंचल गर्ग, डॉ.  रसीला एवं डॉ.  कल्पना श्रृंगी  ने किया। साथ ही पूर्व जिला समन्वयक एनएसएस प्रो विवेक कुमार मिश्र, वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रो. शालिनी  भारती, प्रो. एल. सी. अग्रवाल, प्रो. निधि शर्मा, डॉ. अनिल कुमार पारीक, डॉ दीपा चतुर्वेदी, प्रो. संतोष मीना, प्रो. संदीप सिंह चौहान, प्रो. विवेक शंकर, डॉ. मोनिका गर्ग, डॉ.  अनीता टांक, डॉ. बी. एल. बामनिया, डॉ. रमेश चंद मीना, डॉ. आर. के.  मीना, डॉ. मनोरंजन सिंह आदि उपस्थित रहे। साथ ही एन एस एस स्वयंसेवकों राहुल मेघवाल, अजय प्रजापति, जय कुमार, ललिता लोधा, राजकुमार, रौनक, निधि, प्रगति, महेश आदि की सक्रिय सहभागिता रही। इसके बाद कोटा एयरपोर्ट पहुंचकर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम अधिकारी डॉ. समय सिंह मीना, नेहरू युवा केन्द्र कोटा के अधिकारी श्री सचिन पाटोदिया तथा जिला समन्वयक एनएसएस श्रीमती रीना मीणा के नेतृत्व में कोटा प्रवास पर आयीं केंद्रीय युवा मामलात मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खड्से का अभिनंदन और स्वागत किया।

कोई टिप्पणी नहीं: