- "मोदी - नीतीश खोलो कान ,स्कीम वर्कर्स को देना होगा सेवा सुरक्षा और वेतनमान " की मांग पर सैकड़ों आशा-रसोइया-आंगनबाड़ी स्कीम वर्कर का पटना में जोरदार प्रदर्शन किया गया.मौके पर डाकबंगला जाम कर दिया गया. सड़क जामकर 21 हजार मानदेय, 10 लाख रिटायरमेंट पैकेज व आजीवन पेंशन की मांग की गई...
मालूम हो कि स्कीम वर्कर्स का मानदेय 21 हजार करने, सेवानिवृति उम्र 65 वर्ष करने, 10 लाख रिटायरमेंट पैकेज व आजीवन पेंशन की प्रमुख मांगों सहित अन्य मांगों को लेकर ऐक्टू - महासंघ (गोप गुट) से संबद्ध बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ और बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन से जुड़ी सैंकड़ों की संख्या में आशा- रसोइया-आंगनबाड़ी कर्मियों ने ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (AISWF) के आह्वान पर राजधानी पटना में जोरदार प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मोदी- नीतीश सरकार विरोधी जमकर नारा लगाया. इसके पूर्व प्रदर्शन वीरचंद पटेल पथ स्थित न्यू एमएलए फ्लैट से माले एमएलसी सह ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (AISWF) की राष्ट्रीय महासचिव व बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष शशि यादव, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ महासचिव सरोज चौबे, ऐक्टू सचिव रणविजय कुमार, कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) अध्यक्ष रामबली प्रसाद , आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष कुमारी रंजना यादव के नेतृत्व में निकला जो आयकर चौराहा होते हुए डाकबंगला चौक पहुंचा.इस बीच आयकर तथा डाकबंगला चौराहा पर पुलिस के साथ प्रदर्शनकारी स्कीम कर्मियों की नोक झोंक भी हुई. आंगनबाड़ी नेता रंजना यादव ने नीतीश की डबल इंजन सरकार पर आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका का दमन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हड़ताल में शामिल सेविकाओं की सेवा में टूट बताते हुए महिला पर्यवेक्षिका के पद पर प्रोन्नति देने से रोक लगाने का आरोप लगाया ,उन्होंने प्रोन्नति पर लगाए गए रोक को अविलंब हटाने की मांग किया साथ ही एफआरएएस (FRAS) प्रणाली पर रोक लगाने व सभी आंगनबाड़ी कर्मी को स्मार्ट मोबाइल उपलब्ध कराने की मांग किया.

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