पटना : आशाओं का 5 दिवसीय हड़ताल आज से पूरे राज्य में शुरू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 21 मई 2025

पटना : आशाओं का 5 दिवसीय हड़ताल आज से पूरे राज्य में शुरू

  • "मोदी - नीतीश खोलो कान ,स्कीम वर्कर्स को देना होगा सेवा सुरक्षा और वेतनमान " की मांग पर सैकड़ों आशा-रसोइया-आंगनबाड़ी स्कीम वर्कर का पटना में जोरदार प्रदर्शन किया गया.मौके पर डाकबंगला जाम कर दिया गया. सड़क जामकर 21 हजार मानदेय, 10 लाख रिटायरमेंट पैकेज व आजीवन पेंशन की मांग की गई... 

Asha-worker-protest-patna
पटना, (आलोक कुमार). बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (ऐक्टू - गोप गुट) के आह्वान पर मंगलवार 20 मई से राज्यस्तरीय आशा व फैसिलिटेटरों की 5 दिवसीय हड़ताल शुरु हुई। प्रथम दिन राजधानी पटना के दिल डाकबंगला को पूर्णत जाम कर सभा कर अपनी लंबित मांगों की पूर्ति को लेकर खासकर वर्ष 2023 में हड़ताल के दौरान आशाओं के साथ हुए लिखित समझौता अनुसार बढ़ा हुआ मानदेय राशि लागू करने, फरवरी-मार्च 2024 सहित 6 माह (कुल 8 माह) से अबतक समस्त बकाया का भुगतान करने आदि मांगों को पूरा करने की मांग को प्रमुखता से उठाया. माले एमएलसी सह ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (AISWF) की राष्ट्रीय महासचिव व बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष शशि यादव ने कहा कि आशाओं को लिखित समझौता अनुसार  बढ़ा हुआ मानदेय राशि लागू करने, फरवरी-मार्च 2024 सहित 6 माह से अबतक समस्त बकाया का भुगतान,आदि अन्य मांगों पूरा करने की मांग सरकार से की है.आगे कहा कि मोदी सरकार ने 11 वर्ष के अपने कार्यकाल में स्कीम वर्कर्स के मानदेय में वृद्धि नहीं किया है. वहीं बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ महासचिव सरोज चौबे ने कहा कि शिक्षा मंत्री रसोइयों को 3000 मासिक मानदेय देने की घोषणा को त्वरित ढंग से  लागू करे.उन्होंने सामाज कल्याण विभाग अंतर्गत सेवा से निष्काशित किए गए 425 कर्मियों को सेवा में पुनः वापस लेने की मांग की गई.


मालूम हो कि स्कीम वर्कर्स का मानदेय 21 हजार करने, सेवानिवृति उम्र 65 वर्ष करने, 10 लाख रिटायरमेंट पैकेज व आजीवन पेंशन की प्रमुख मांगों सहित अन्य मांगों को लेकर ऐक्टू - महासंघ (गोप गुट) से संबद्ध बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ और बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन से जुड़ी सैंकड़ों की संख्या में आशा- रसोइया-आंगनबाड़ी कर्मियों ने ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (AISWF) के आह्वान पर राजधानी पटना में जोरदार प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मोदी- नीतीश सरकार विरोधी जमकर नारा लगाया. इसके पूर्व प्रदर्शन वीरचंद पटेल पथ स्थित न्यू एमएलए फ्लैट से माले एमएलसी सह ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (AISWF) की राष्ट्रीय महासचिव व बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष शशि यादव, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ महासचिव सरोज चौबे, ऐक्टू सचिव रणविजय कुमार, कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) अध्यक्ष रामबली प्रसाद , आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष कुमारी रंजना यादव के नेतृत्व में निकला जो आयकर चौराहा होते हुए डाकबंगला चौक पहुंचा.इस बीच आयकर तथा डाकबंगला चौराहा पर पुलिस के साथ प्रदर्शनकारी स्कीम कर्मियों की नोक झोंक भी हुई. आंगनबाड़ी नेता रंजना यादव ने नीतीश की डबल इंजन सरकार पर आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका का दमन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हड़ताल में शामिल सेविकाओं की सेवा में टूट बताते हुए महिला पर्यवेक्षिका के पद पर प्रोन्नति देने से रोक लगाने का आरोप लगाया ,उन्होंने प्रोन्नति पर लगाए गए रोक को अविलंब हटाने की मांग किया साथ ही एफआरएएस (FRAS) प्रणाली पर रोक लगाने व सभी आंगनबाड़ी कर्मी को स्मार्ट मोबाइल उपलब्ध कराने की मांग किया.

कोई टिप्पणी नहीं: