- सवर्ण आयोग के गठन पर चुप्पी के लिए बसपा नेता अनिल कुमार ने बोला उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और मंत्री जनक चमार पर हमला, भेजा मिठाई
उन्होंने कहा कि जब देश में अब भी 80 करोड़ लोग मुफ्त राशन पर निर्भर हैं, तो कैसे कहा जा सकता है कि दलित, महादलित और पिछड़े वर्ग आत्मनिर्भर हो गए हैं? आयोगों के भंग होने के बाद आज इस समाज की कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे गोपालगंज से औरंगाबाद तक दलितों पर अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन न्याय दूर की बात है, कोई सुध लेने वाला नहीं। BSP नेता ने कहा कि बाबा साहब के संविधान से ही सत्ता में पहुँचे ये नेता आज उसी संविधान की हत्या में चुपचाप भागीदार बने बैठे हैं। यह न सिर्फ गद्दारी है बल्कि समाज के साथ खुला विश्वासघात भी है। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख बहन मायावती का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हर BSP कार्यकर्ता और नेता अपने समाज को संगठित कर मैदान में उतरे और अपनी हक की लड़ाई लड़े। उन्होंने कहा, “हम बहन जी के सिपाही हैं और हर मंच से इस शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाते रहेंगे।” अनिल कुमार ने अंत में चेताया कि आने वाले चुनाव में उपेक्षित समाज ही निर्णायक भूमिका निभाएगा और जो नेता सत्ता के लिए चुप हैं, उन्हें समाज कभी माफ नहीं करेगा।
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