सिवान के बड़हरिया में गरजे प्रशांत किशोर, कहा- इस बार वोट बिहार में बदलाव के लिए, अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए, अपने बच्चों को राजा बनाने के लिए देना है, नेताओं के बच्चों को राजा बनाने के लिए नहींसिवान (रजनीश के झा)। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में सम्पूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से शुरू की गई 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत आज सिवान जिले के बड़हरिया एवं गोरेयाकोठी विधानसभा में एक-एक जनसभा को संबोधित किया। उनकी पहली जनसभा बड़हरिया में तथा दूसरी जनसभा मदारपुर में आयोजित की गई। इसके साथ ही उन्होंने सरौती और बसंतपुर में जनसंवाद भी किया। जनसभा को संबोधित करने से पहले प्रशांत किशोर ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रशांत किशोर का यात्रा के दौरान जगह- जगह नागरिक अभिनंदन किया गया। इसी क्रम में पचरुखी बाजार, तरवारा बाजार, हरदोबरा बाजार, पहाड़पुर बाजार, बड़हरिया बाजार, माधोपुर बाजार, गोरेयाकोठी के जामो बाजार, इमलिया चौक, डुमरी बाजार, जलालपुर बाजार आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में पार्टी और उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। ढोल- नगाड़ों के साथ समर्थकों ने उन्हें फूल- माला से लाद दिया। प्रशांत किशोर की पीछे गाड़ियों का लंबा काफिला चल रहा था। इसके साथ ही उन्होंने शाम को जिले के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की। जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनाने से लेकर जमीन की रसीद कटाने तक के लिए रिश्वत ले रहे हैं, जिससे आम लोग परेशान हैं।इसलिए, अब समय आ गया है बिहार में बदलाव का, बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का। बिहार में व्यवस्था परिवर्तन कर जनता का राज स्थापित करने के लिए नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें। उन्होंने सिवान की जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें। अगली बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें। अगली बार वोट लालू, नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दीजिएगा। अगली बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें। प्रशांत किशोर ने जनता को उदाहरण देते हुए समझाया कि बिहार के लोगों को लालू जी से सीखना चाहिए कि बच्चों की चिंता क्या होती है। उन्होंने कहा कि लालू जी का बेटा 9वीं पास भी नहीं किया है, फिर भी वह चाहते हैं कि उनका बेटा राजा बने और दूसरी तरफ बिहार के लोग जिनके बच्चे मैट्रिक, बी.ए. (B.A), एम.ए. (M.A) कर चुके हैं, फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है।
बिहार की जनता भ्रष्टाचार और अफसरशाही से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है, अब बदलाव चाहती है
प्रशांत किशोर ने सभा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार की जनता नाली- सड़क, जाति- धर्म की लड़ाई, भ्रष्टाचार, अफसरशाही से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है। इसलिए अब बिहार की जनता और खासकर युवा सजग हो चुके हैं और वो बदलाव चाहते हैं। जनसभा में जब जनता से पूछा गया कि उन्हें नीतीश जी का राज चाहिए या लालू जी का जंगल राज तो जनता ने कहा कि इस बार जनता का राज होना चाहिए। जन सुराज का वादा है कि जब बिहार में जनता का राज स्थापित हो जाएगा तो 1 साल के भीतर में मजबूरी में हो रहे पलायन को रोक देंगे और युवाओं को बिहार में ही 10-12 हजार का रोजगार मुहैया कराया जाएगा।

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