पटना : केंद्रीय भूमि जल बोर्ड में प्लास्टिक और पक्षी विषय पर कार्यशाला का आयोजन। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 29 मई 2025

पटना : केंद्रीय भूमि जल बोर्ड में प्लास्टिक और पक्षी विषय पर कार्यशाला का आयोजन।

Water-board-seminar-patna
पटना, 29 मई (रजनीश के झा)। केंद्रीय भूमि जल बोर्ड मध्य पूर्वी क्षेत्र पटना में क्षेत्रीय निदेशक श्री राजीव रंजन शुक्ला की अध्यक्षता में मिशन लाइफ के तहत विभागीय एक्शन प्लान के अंतर्गत विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम के अवसर पर एक पलास्टिक और पक्षियों विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस वर्ष का थीम वैश्विक स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करना। इस विषय पर कार्यशाला में चर्चा की गई और अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जागरूक किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के तौर पर विकेएसयू आरा के भूगोल विभाग के शोधार्थी तथा एनवायरनमेंट वॉरियर्स के निदेशक निशांत रंजन ने बताया कि प्लास्टिक से मानव के साथ साथ पशु-पक्षियों पर भी व्यापक दुष्प्रभाव पर रहा है। इसके समाधान के लिए हमसब को साझा प्रयास करने की जरूरत है। इसके अलावे उन्होंने गौरैया संरक्षण तथा वृक्षारोपण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी अत्यंत जानकारीपूर्ण एवं प्रेरणादायक प्रस्तुत दी। क्षेत्रीय निदेशक श्री राजीव रंजन शुक्ला ने प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से होने वाली पर्यावरणीय दुष्प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए इसके विकल्पों को अपनाने की आवश्यकता पर बोल दिया साथ ही गौरैया जैसे पक्षियों के संरक्षण हेतु सामुदायिक भागीदारी की महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने टीम एनवायरमेंट वॉरियर्स से अनुरोध किया, कि वह एक ऐसी मुहिम की शुरुआत करें जिसमें प्लास्टिक थैली के बदले कपड़े या जुट के थैले को वितरण किया जाए। इस कार्य में वह अपने स्तर पर भी मदद करने का प्रयास करेंगे। इसके पश्चात बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा औषधिय पौधे का रोपण किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पर्यावरण संरक्षण हेतु संकल्प लिए और पौधारोपण अभियान में भाग लेकर प्राकृतिक से अपने जुड़ाव को मजबूत किया।

कोई टिप्पणी नहीं: