- डरने की जरूरत नहीं पर लापरवाही नहीं करें
डा. मोहन मानते हैं कि रोकथाम, इलाज से बेहतर है. इसलिए सावधानी बरतने की जरुरत है. पाठकों की जानकारी के लिए बता दें कि सिंगापुर व हांगकांग में कोरोनावायरस के लक्षण पाया जाना सभी जगह चिंता का कारण बन रहा है और अब यह धीरे -धीरे कर्नाटक में फैलने की कोशिश कर रहा है,इसलिए तुरंत प्रभाव से सावधानी बरतनी जरूरी है। इस वर्ष जनवरी में कोरोनवायरस संक्रमण के तीन मामलों का पता चला था। फरवरी में केवल 1 मामला का सामने आया था. वहीं मार्च और अप्रैल में तीन-तीन मामले दर्ज किए गए थे. लेकिन मई महीना के समाप्त होने के पहले ही 33 मामलों का पता चला है। होसकोट में, एक नौ महीने के बच्चे में कोरोनवायरस के सकारात्मक लक्षण पाए गए हैं,जिसका ईलाज जारी है. फिलहाल 16 मामले सक्रिय बताए जा रहे हैं. कर्नाटक सरकार द्वारा पूरे राज्य भर के अस्पतालों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और कोरोना के किसी भी मामले के प्रकाश में आने पर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था करें.
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