एचएएल मुद्दे पर कर्नाटक, आंध्र, सहित दिल्ली का राजनीतिक तापमान चरम पर, कर्नाटक में डिफेंस कॉरिडोर बनाने की मांग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 30 मई 2025

एचएएल मुद्दे पर कर्नाटक, आंध्र, सहित दिल्ली का राजनीतिक तापमान चरम पर, कर्नाटक में डिफेंस कॉरिडोर बनाने की मांग

  • हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स कर्नाटक का गौरव : डीके शिवकुमार 

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बैंगलोर, 30 मई (विजय सिंह)। ऐसे तो प्राकृतिक तौर पर सूचना व संचार तकनीक तथा उत्कृष्ट उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ, अपनी समृद्ध संस्कृति से वैश्विक पहचान रखने वाले कर्नाटक राज्य  की राजधानी बेंगलुरु में विगत कई दिनों से  मौसम का तापमान 23/24 डिग्री के आसपास ही बना हुआ है और बारिश की वजह से हल्की ठंड का एहसास भी दिन भर बना रहता है, परंतु हाल के कुछ दिनों से 32 डिग्री तापमान की गर्मी के साथ आंध्र प्रदेश की राजधानी विजयवाडा (सह हैदराबाद) ने देश की राजधानी दिल्ली की तापमान को गर्मी देते हुए राष्ट्रीय राजधानी का तापमान 36 डिग्री पहुंचा दिया है, जिसकी वजह से बेंगलुरु का "मौसम" भी उष्मा की आगोश में ठंडी में गर्मी का एहसास करा रहा है I चलिए, आपको बताते हैं, बेंगलुरु के तापमान में गरमाहट की वजहI दरअसल,बैंगलोर अवस्थित    रक्षा क्षेत्र की प्रसिद्ध सार्वजनिक कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश में स्थानांतरित कराने को कमर कस रहे हैं और पिछले दिनों नीति आयोग के साथ बैठक में नायडू ने अपनी इच्छा जताकर इसे आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और दिल्ली के बीच गर्मागर्म बहस का मुद्दा बना दिया है I केंद्र सरकार के स्वामित्व में संचालित सार्वजनिक उपक्रम, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का मुख्यालय बैंगलोर, कर्नाटक में स्थित है,पर येन केन प्रकारेण  एच.ए.एल. के संचालन को आंध्र प्रदेश में स्थानांतरित करने की ख़्वाहिश रखने वाले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू, जो केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(एनडीए)की सरकार के प्रमुख घटक भी हैं, जोर आजमाइश कर रहे हैं I  इस वजह से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में राजनीतिक तापमान इस मामले में काफी उच्च डिग्री पर बना हुआ है। इधर नायडू की इस मंशा की भनक लगते ही कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धरामैया की कांग्रेस सरकार के तेज तर्रार उप-मुख्यमंत्री, डी.के. शिवकुमार ने अपनी बुलंद आवाज से आंध्र के मुख्यमंत्री की इस मांग का दमदार विरोध किया। 


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कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार के साथ ही राज्य के उद्योग मंत्री एम.बी.पाटिल और अन्य सहयोगियों ने भी एच.ए.एल. को बेंगलुरू से बाहर आंध्र प्रदेश स्थानांतरित करने के चन्द्रबाबू नायडू के कथित अनुरोध की पुरजोर निंदा की है।  आंध्र के मुख्यमंत्री की मांग का विरोध करते हुए कर्नाटक के उप प्रधानमंत्री डी. के. शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरु में एच.ए.एल. का केंद्र राज्य का औद्योगिक गौरव है और इसके हस्तांतरण की मांग पूरी तरह से संघीय लोकतांत्रिक प्रणाली के पूर्णतः विरुद्ध है। 


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कर्नाटक सरकार के उधोग मंत्री एम. बी. पाटिल ने कहा कि वे कर्नाटक में तत्काल डिफेंस कॉरिडोर बनाने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक का देश के रक्षा क्षेत्र में काफी योगदान है और कर्नाटक हमेशा इसमें खरा उतरा है I दोनों मंत्रियों ने नीति आयोग की हाल की बैठक के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू के बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को आंध्र प्रदेश में शिफ्ट करने संबंधी अनुरोध का कड़ा विरोध किया है I उप-मुख्यमंत्री शिवकुमार ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू के विचार की आलोचना करते हुए कहा कि कर्नाटक अपने राज्य में क्रियाशील किसी भी प्रतिष्ठान के हस्तांतरण की अनुमति नहीं देगा। शिवकुमार ने स्पष्ट कहा कि कर्नाटक पहले ही एचएएल के विस्तार के लिए जमीन उपलब्ध करा चुका है, जिसमें तुमकुरु में हेलीकॉप्टरों का संयंत्र भी शामिल है। एचएएल के साथ राज्य के गहरे संबंधों पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, "जहां तक कर्नाटक में सम्मान करने की बात है, तो एचएएल हमारा गौरव है। देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इसे कर्नाटक की जनता को सौगात दी है। बेंगलुरु के अलावा राज्य के बीदर क्षेत्र  में भी एक केंद्र है। बेंगलुरु में एचएएल में दो हवाई अड्डे हैंः एक येलहंका में और दूसरा एचएएल में।  मंत्रीद्वय ने बताया कि महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद, 2022-23 में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु को डिफेंस कॉरिडोर बनाया गया है, लेकिन कर्नाटक को नहीं। योग्यता और योगदान के आधार पर, यह वैधानिक रूप से कर्नाटक का अधिकार है। मंत्रियों ने इस मांग को पूरा करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शीघ्र मुलाकात कर कर्नाटक को भी डिफेंस कॉरिडोर बनाने की मांग पूरी करने की बात कही है। "लाईव आर्यावर्त" ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और एचएएल के बेंगलुरु मुख्यालय में मीडिया व संचार प्रभारी से इस मुद्दे पर विस्तृत ताजा जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया समाचार लिखे जाने तक अप्राप्त है I

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