मधुबनी : परिहारपुर में बट वृक्ष को पहनाया गया पाग एवं दोपटा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 6 मई 2025

मधुबनी : परिहारपुर में बट वृक्ष को पहनाया गया पाग एवं दोपटा

  • मानव जीवन में वटवृक्ष की प्रासंगिकता सामाजिक धार्मिक एवं वैज्ञानिक तीनों कारणों से महत्वपूर्ण है : रविन्द्र झा 

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मधुबनी/राजनगर (रजनीश के झा)। जानकी नवमी के अवसर पर जानकीनगर परिहरपुर में जो की पंचायत के पश्चिमी सीमा पर एसएसबी कैंप के सामने कचरा प्रबंधन हाउस के आसपास बसाया गया है जहां पर पंचायत के मुखिया हीराकांत मिश्र के अध्यक्षता  एवं शिक्षक रवींद्र झा के संचालन में एक कार्यक्रम सह गोष्ठी का आयोजन किया गया अवसर था पिछले वर्ष जानकी नवमी के अवसर पर लगाए गए जानकी बट वृक्ष के वर्षगांठ की। ज्ञात हो की 2024 में ग्रामीणों के द्वारा जानकी नवमी के अवसर पर एक बट वृक्ष लगाया गया था जिसका नाम जानकी वट वृक्ष रखा गया था जिसके आलोक में पंचायत के मुखिया हीराकान्त मिश्र ने उस स्थान का नाम जानकी नगर रख दिया  आज इस प्रांगण में उस वृक्ष के एक साल पूरे होने तथा जानकी नवमी के अवसर पर वृक्ष का पूजा किया गया माता जानकी का चित्र रखकर पूजा पाठ किया गया धूप अगरबत्ती दिखाई गई और एक अनूठे पहल की शुरुआत की गई ग्रामीणों के द्वारा बट वृक्ष को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षक रवींद्र झा ने बताया कि बट वृक्ष हर जगह लगनी चाहिए यह अलौकिक पहल है हर साल इस अवसर पर एक वृक्ष लगाया जायेगा कार्यक्रम में पधारे भाजपा नेता एवं मानव कल्याण मंच एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव राजीव झा ने बताया कि मिथिला की संस्कृति वैसे ही बहुत महत्वपूर्ण है मिथिला की धरती पर राजा जनक के घर जानकी बेटी बन कर आईं थी भगवती पार्वती पर्वत राज हिमालय के घर पुत्री बनकर आई थी और हनुमान जी की माता अंजना  देवी अहिल्या के घर पुत्री के रूप में आई थी इस तरह से कार्तिक गणेश हनुमान जी लव कुश यह सभी मिथिला के भगिन हुए भांजे हुए उन्होंने बताया कि बट वृक्ष के जड़ में ब्रह्मा जी का निवास होता है तना में विष्णु जी का निवास होता है पत्तियों में शिवजी का निवास होता है एवं गांठ में यमराज का निवास होता है इसलिए बट वृक्ष के नीचे बैठने वाले बट वृक्ष का पूजा करने वाले सभी प्रकार के कृति यश को प्राप्त कर जाते हैं अपना वक्तव्य देते हुए रमन जी मिश्र मोहर ने बताया कि वटवृक्ष के कारण ही जल संरक्षण हो पाता है बट वृक्ष ऑक्सीजन का भंडार होता है वट वृक्ष का संरक्षण एवं पोषण प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए पंचायत के पंचायत समिति सदस्य  मो तैयब ने इस अवसर पर पंचायत के मुखिया से मांग किया कि एक प्रवेश द्वार बनाए और जानकीनगर परिहार पुर लिखकर इस स्थान का सम्मान किया जाना चाहिए इस पर अपना वक्तव्य देते हुए मुखिया  हीराकांत मिश्र ने बताया कि छठे वित्त आयोग से एक प्रवेश द्वार बनाया जाएगा जिस पर लिखा जाएगा जानकी नगर परिहारपुर कमलेश झा ने बताया कि वटवृक्ष जैसा नाम है बट वृक्ष इस तरह वटवृक्ष का जो उम्र होता है वह 15 से वर्ष 2000 वर्ष उन्होंने कामना किया कि सभी के जीवन में यश कीर्ति वृक्ष की तरह बढ़े पंचायत के सहकारिता अध्यक्ष रंजय कुमार झा ने बताया की सरकार की तरफ से भी पहल होनी चाहिए कि सड़क किनारे सार्वजनिक स्थानों पर वटवृक्ष लगाया जाए पंचायत के सरपंच रामानंद झा ने बताया कि वटवृक्ष के संरक्षण के लिए जो भी कार्य किया जाना होगा उसको हम सभी मिलकर करेंगे  स्वक्षता पर्यवेक्षक मोहर झा ने बताया की यह आयोजन हर वर्ष संचालित हो कार्यक्रम में शिक्षक रामविलास साहू संजय झा स्वच्छता ग्राही दशरथ ठाकुर लल्लन झा आदित्य राज शिक्षक संजय झा व्यवसाई राजेश झा एवं सभी स्वच्छता कर्मी  तिलिया देवी दिलचन सदाई बरुन सदैव देविंदर सदाय रजनी सदाई एवं दर्जनों लोग शामिल हुए।

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