दूसरा व्याख्यान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की दृष्टि में खेल एवं खेलकूद की एकीकृत शिक्षण विधियां विषय पर केंद्रित रहा। यह व्याख्यान डॉ. त्रिलोकी प्रसाद, सहायक प्राध्यापक, शारीरिक शिक्षा विभाग भोपाल द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि खेल और गतिविधि-आधारित शिक्षण छात्रों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के द्वारा शिक्षक अपने छात्रों को खेल खेल में पढ़ने और अनुभव साझा करे और पैडागाजी के महत्व को समझाएं, कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डॉ. हेमंत शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय राठौर, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी लोकेपाल सिंह भदौरिया, एजुकेशन विभाग से डॉ धीरज शिंदे, डॉ ऋषिकेश यादव, आशीष सांखला, रोहन यादव , हर्षा यादव एवं विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकगण एवं छात्रगण की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गार्गी सिंह द्वारा प्रभावशाली ढंग से किया गया, जबकि डॉ. अजय तेलंग द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी एवं प्रेरणादायक सिद्ध हुआ।
सीहोर। श्री सत्य साईं विश्वविद्यालय ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मेडिकल साइंसेस, सीहोर (मध्यप्रदेश) में राष्ट्रीय शिक्षा नीति एनईपी 2020 पर व्याख्यान कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन में शिक्षक एवं शिक्षा संस्थानों की भूमिका तथा खेल एवं खेलकूद की एकीकृत शिक्षण विधियों पर विचार-विमर्श करना रहा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति डॉ मुकेश तिवारी रहे, पहला व्याख्यान शिक्षक शिक्षा संस्थानों की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में भूमिका विषय पर आयोजित किया गया, जिसे डॉ. आयुष्मान गोस्वामी, डीन, आरआईई, भोपाल द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे शिक्षक एवं प्रशिक्षण संस्थान नई शिक्षा नीति के अनुरूप बदलाव लाकर शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी और समावेशी बना सकते है । उन्होंने बताया कि छात्र का आरंभिक वर्ष 3 वर्ष की आयु से ही प्रारंभ हों जाता है । नई शिक्षा नीति का महत्व छात्रों को प्रौढ़ शिक्षा से डिजिटल शिक्षा की तरफ लेकर जाना है ।

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