- घरों के साथ स्कूल और मंदिर में भी भराएगा बारिश का पानी
सीहोर। आष्टा के ग्राम छापरी देवकी के ग्रामीणों को तहसीलदार से पुलिया से पानी निकासी बंद किए जाने की शिकायत करना भारी पड़ गया है। समस्या के निराकरण के स्थान पर तहसीलदार और पटवारी ने निरीक्षण कर जंगल का पानी छापरी गांव में छुडवा दिया है। गांव में बाढ़ का पानी घुसने का खतरा उत्पन्न हो गया है। बंद पुलिया को नहीं खोला गया तो बारिश का पानी सौ एकड़ खेतों को भी बर्बाद करेगा और घरों के साथ मंदिर व स्कूल में भी पानी घुस जाएगा, समस्या के निराकरण की मांग को लेकर मंगलवार को ग्राम छापरी के ग्रामीणों ने जनसुनवाई में कलेक्टर को आवेदन दिया है। कलेक्ट्रेट पहुंचे छापरी देवकी के ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में 3 वर्षो से जंगल का पानी पुलिया के माध्यम से बाहर नाले की तरफ जा रहा था। लेकिन गांव के सुरजसिंह हरनाथ सिंह, मिश्रीलाल, गुलाबसिंह, लखन सिंह ने पुलिया को पत्थर डालकर बंद कर दिया था। ग्रामीणों के द्वारा शिकायत की गई जिस के बाद विधायक,अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार पटवारी और मण्डी अध्यक्ष ने समस्या को देखकर जंगल का पानी 100 फीट की दूरी पर नाली खोदकर नाले में लगाने का आदेश दिया था लेकिन इस आदेश का पालन किया गया। जिस के बाद ग्रामीणों ने 18 जून को तहसीलदार को आवेदन दिया। नायब तहसीलदार पटवारी 20 जून को निरीक्षण करने के लिए पहुंचे लेकिन उन्होने ग्राम की समस्या दूर करने के स्थान पर जंगल का पानी ग्राम की और ही छोड़वा दिया है। बारिश का पानी गाँव में स्कूल मंदिर एवं 45 से 50 एकड़ भूमि को खराब कर रहा है घरो में भी पानी घुस रहा है।
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