साधारण शुरुआत और मेहनत से मिली बड़ी पहचान
बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड या इंडस्ट्री सपोर्ट के, यश ने अपने करियर की शुरुआत थिएटर से की। वहां से धीरे-धीरे टीवी में आए और फिर फिल्मों का सफर शुरू हुआ। कन्नड़ सिनेमा में उन्होंने मेहनत से नाम बनाया, लगातार हिट फिल्में दीं और ‘गूगली’, ‘किराटका’ और ‘मिस्टर एंड मिसेज रामाचार्य’ जैसी फिल्मों से नए रिकॉर्ड बनाए।
KGF — जिसने यश को बनाया पैन इंडिया स्टार
KGF फ्रैंचाइज़ी यश के करियर के साथ-साथ कन्नड़ सिनेमा के लिए भी बड़ा मोड़ बनी। यश ने इस फिल्म को पूरे भारत में पहचान दिलाने के लिए खुद आगे बढ़कर मेहनत की और कर्नाटक के बाहर भी फिल्म को पहुंचाने के लिए कई लोगों से जुड़कर काम किया। KGF: चैप्टर 2 ने यश को पैन इंडिया स्टार बना दिया और यह इंडियन सिनेमा की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में शामिल हो गई। इस फिल्म ने कोरोना के बाद थियेटर में फिर से भीड़ खींची और ये साबित कर दिया कि दर्शक बड़े पर्दे पर बड़ी फिल्में देखने के लिए अब भी उत्साहित हैं।
प्लानिंग के साथ लिया गया ब्रेक और हटकर सोच
केजीएफ की जबरदस्त कामयाबी के बाद यश ने ऐसा कदम उठाया जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी, उन्होंने करीब 18 महीनों तक कोई नया प्रोजेक्ट अनाउंस नहीं किया। फिल्म इंडस्ट्री में जहां बड़ी हिट के बाद बड़े-बड़े डायरेक्टर्स के साथ नई फिल्मों की झड़ी लगा दी जाती है, वहां यश का यह फैसला काफी बड़ा रिस्क माना गया। लेकिन यश का मकसद सिर्फ कामयाबी के बाद फिल्में साइन करना नहीं था, बल्कि ऐसी फिल्में बनाना था जो भारतीय सिनेमा को दुनिया के सामने ले जाएं। उन्होंने सबको चौंकाते हुए अपने अगले प्रोजेक्ट 'टॉक्सिक' का एलान किया, जिसे डायरेक्ट करेंगी गीथू मोहनदास, जो अपनी फिल्मों के लिए इंटरनेशनल लेवल पर तारीफें बटोर चुकी हैं। यश जैसे बॉक्स ऑफिस स्टार का किसी ऐसे डायरेक्टर के साथ जुड़ना, जो इंटरनेशनल लेवल पर सराहा गया हो, सबके लिए चौंकाने वाला था। इससे ये साफ हो गया कि यश बड़े बजट की फिल्मों में भी अलग सोच लाना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने ‘रामायण’ में रावण का रोल चुनकर फिर सबको हैरान कर दिया। इस बात को खास बनाता है यश का रावण जैसा किरदार चुनना जो थोड़ा मुश्किल और अलग तरह का रोल है, जिसे अक्सर बड़े स्टार्स अपने करियर के ऊंचे मुकाम पर करने से बचते हैं। जहां ज्यादातर एक्टर ऐसे प्रोजेक्ट में हीरो का रोल करना पसंद करते हैं, वहीं यश ने अलग और चुनौती वाला किरदार लेकर फिर दिखा दिया कि वो इंडस्ट्री के आम चलन से हटकर सोचते हैं।
कैमरे के आगे भी, पीछे भी — यश और उनका प्रोडक्शन हाउस
यश की आने वाली फिल्म ‘टॉक्सिक’ उनके उस इरादे को दिखाती है, जिसमें वह भारतीय सिनेमा को दुनिया भर में पहचान दिलाना चाहते हैं। उनके प्रोडक्शन हाउस मॉन्स्टर माइंड क्रिएशंस की पहली फिल्म के तौर पर बनी यह फिल्म ऐसी कहानी कहती है, जो हर किसी से जुड़ सके और एक ऐसी कहानी जो सीमाओं से आगे निकल जाए। इस सपने को पूरा करने के लिए टॉक्सिक को बहुत बड़े स्तर पर तैयार किया जा रहा है, ताकि इसकी कहानी दुनिया भर के लोगों को पसंद आए। यश और KVN प्रोडक्शंस इसे भारत की पहली ऐसी फिल्म बना रहे हैं, जिसे अंग्रेजी और कन्नड़ में साथ-साथ शूट किया जाएगा। इसके अलावा हिंदी, तेलुगू, तमिल, मलयालम जैसी कई भाषाओं में इसकी डबिंग भी होगी। इस सोच और मेहनत का मकसद है — कहानी को इस तरह दिखाना कि हर दर्शक उससे जुड़ पाए और टॉक्सिक सिर्फ भारत में नहीं, पूरी दुनिया में पसंद की जाए। इसके साथ ही यश टॉक्सिक और रामायण दोनों फिल्मों को अपने बैनर मॉन्स्टर माइंड क्रिएशंस के तहत को-प्रोड्यूस भी कर रहे हैं। बतौर प्रोड्यूसर उनका यह कदम दिखाता है कि वह सिर्फ एक्टिंग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इन फिल्मों की कहानी, मेकिंग और उन्हें बड़े दर्शकों तक पहुंचाने के तरीके में भी गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं।
ट्रेंड सेट करने वाली विरासत
अपने करियर की शुरुआत के 17 साल बाद, यश ने सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में फैंस का दिल जीता है। उन्होंने यह भी साबित किया है कि असली पैन इंडिया स्टार वो होता है जो ट्रेंड्स को फॉलो नहीं करता, बल्कि खुद नए ट्रेंड बनाता है। ‘टॉक्सिक’ जहां उगादी-ईद वीकेंड यानी 19 मार्च 2026 को रिलीज होगी, वहीं ‘रामायण’ दिवाली 2026 पर आएगी। इस तरह से आने वाला साल यश के इस शानदार सफर में नए रिकॉर्ड बनाने वाला साबित हो सकता है।

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