सीहोर : शुक्रवार से श्रावण मास प्रारंभ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 9 जुलाई 2025

सीहोर : शुक्रवार से श्रावण मास प्रारंभ

  • रूद्धाभिषेक, कावड़ यात्रा, पार्थिव शिवलिंग निर्माण से शिव भक्तों को मिलेगा इस वर्ष श्रावण माह में महापुण्य : पं शर्मा

Sehore-sawan
सीहोर । इस वर्षं श्रावण मास शुक्रवार 11 जुलाई पूर्वांषाढ़ नक्षत्र में प्रारंभ होगा और सावन मास शुक्लपक्ष पूर्णिंमा शनिवार 9 अगस्त रक्षाबंधन को पूर्णं होगा। इस वर्ष श्रावण मास पूरे 30 दिनों का रहेगा। आषाढ़ मास देवशयनी एकादशी से कार्तिंकमास देवउठनी एकादशी तक भगवान शंकर सृष्टि का संचालन करेंगे। श्रावण मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है जिससे श्रद्धालुओं के लिए श्रावण मास में शिवशक्ति की कृपा प्राप्ति के लिए रुद्धाभिषेक, कावड़ यात्रा, पार्थिव शिवलिंग निर्माण, व्रत पूजन करना लाभ प्रद माना गया है। पंडित सुनील शर्मा ने बताया कि इस बार श्रावण मास में 4 सोमवार आ रहे है जो कि क्रमश: 14, 21, 28 जुलाई व 4 अगस्त को होंगे। इसी प्रकार 14 जुलाई को पहले सोमवार को गणेश चतुर्थी रहेगी और 21 जुलाई दूसरे सोमवार को सर्वार्थसिद्धि योग व अमृत श्रृध्दी योग रहेगा,साथ ही इसी दिन एकादशी भी रहेगी और 28 अगस्त तीसरे सोमवार को विनायकी चतुर्थीं रहेगी और चौथे सोमवार 4 अगस्त को सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा।


एैसे पूरी होगी मनोकामना

पंडित सुनील शर्मा ने बताया की श्रद्धालुजन भगवान शिव को जल, दूध, दही, मिश्री, शहद, इत्र, बेलपत्र, केशर, भांग, भस्म, धतूरा, शमीपत्र, बिला, आदि श्रद्धाभाव से चढ़ाते है व शास्त्र अनुसार विभिन्न कामनाओ की पूर्ति के लिए विशेष द्रव्यों का प्रयोग किया जाता है। भक्तजन वर्षा के लिए जलाअभिषेक,मनोकामना प्राप्ती के लिए गाय का दूध, भवन और वाहन की प्राप्ति के लिए दही, श्रीलक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने का रस, धनसंपत्ति वृद्धि के लिए शहद व गाय का घी,मोक्ष प्राप्ति के लिए तीर्थ जल, बीमारी से मुक्ति के लिए इत्र, संतान प्राप्ति के लिए दूध व गाय का घी,आरोग्यता प्राप्ति के लिए गाय का दुग्ध व घी द्वारा अभिषेक करते है।


रहेगा सर्वार्थ सिद्धि योग


पंडित सुनील शर्मां ने बताया की शास्त्रोनुसार श्रावण मास कृष्णपक्ष अमावस्या को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है । हरियाली अमावस्या को सर्वार्थसिद्धि योग व अमृत सिद्धि योग भी रहेगा। हरियाली अमावस्या को श्रद्धालु फलदार औषधीय पौधे लगाते है। सावन मास शुक्लपक्ष की पंचमी दिन मंगलवार 29 जुलाई को नाग पंचमी मनाई जायेगी । शास्त्र अनुसार भगवान शेषनाग के फन पर पूरी पृथ्वी टिकी हुई है व भगवान पूरी पृथ्वी का भार संभाले हुये है । भगवान शंकर शेषनाग को आभूषण की भाती अपने गले में धारण करते है तथा 9 अगस्त शनिवार को श्रवण नक्षत्र में रक्षाबंधन पर्व मनाया जायेगा,इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा।

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