सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर पांच दिवसीय श्री शिवमहापुराण में उमड़ा आस्था का सैलाब - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 5 जुलाई 2025

सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर पांच दिवसीय श्री शिवमहापुराण में उमड़ा आस्था का सैलाब

  • एक लोटा जल शिव तत्व का अर्पण परिवार के सदस्य को पाप से मुक्त करता : अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा

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सीहोर। भगवान शिव को अपना गुरु बनाओ और उस पर भरोसा और विश्वास कर  अपने जीवन को सफल बनाया जा सकता है। एक लोटा जल शिव तत्व का अर्पण परिवार के सदस्य को पाप से मुक्त करता है, पुण्य लाभ प्रदान कराता है। जीवन की हर परीक्षा में सफल होने का मूलमंत्र यह है कि आप किसी को हराने के लिए कोई काम न करें। महादेव को समर्पित कर आगे बढ़ने के लिए परीक्षा का सामना करें। आपका व्यवहार, प्रेम, वात्सल्यता, धर्म कर्म ही जीवन को सम्पूर्ण करेगा। कोई व्यक्ति अगर आपको मंदिर शिवालय जाने, शिव तत्व अर्पित करने, भक्ति भजन हेतु प्रेरित करता है तो समझिए भगवान शिव की इच्छा से प्रेरणा प्राप्त हो रही है। उक्त विचार जिला मुख्यालय स्थित कुबेरेश्वरधाम पर शनिवार से गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अंतर्गत पांच दिवसीय श्री शिव महापुराण के पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहे। उन्होंने कहाकि भगवान आपकी परीक्षा पल-पल पर लेता है। कथा के आरंभ होने के साथ ही बारिश की शुरूआत हो गई, बारिश के बाद भी भक्त पूरे उत्साह के साथ भगवान की अविरल भक्ति में मग्र है, यह आपकी आस्था है। महोत्सव में हजारों की संख्या में शिव भक्ताओं के आने का सिलसिला जारी है।


महोत्सव के अंतर्गत जारी कथा के पहले दिन पंडित श्री मिश्रा ने कहाकि गुरु और  कथा का एक ही काम है आपको भगवान से जोड़कर रखे, आपको सद्मार्ग की ओर अग्रेषित करे। एक गुरु की प्रेरणा से शिष्य का जीवन सफल हो जाता है, वहीं कथा में आकर सच्चे मन से भावपूर्ण तरीके से कथा का श्रवण करने से हमारे जीवन की दिशा ही बदल जाती है। कथा के माध्यम से भगवान शिव की प्राप्ति करने के लक्ष्य से कथा का श्रवण करें। उन्होंने भगवान शिव के स्वरूप का वर्णन करते हुए उनके स्वभाव का वर्णन किया एवं देवराज ब्राह्मण का उल्लेख करते हुए कहाकि ब्राह्मण कुल में जन्म लेने के बाद भी जिस प्रकार से अपने धर्म से च्युत होकर अधर्म मार्ग का अनुसरण किया, लेकिन शिव महापुराण की कथा ने उसके जीवन की दिशा बदल दी। एक छोटा सा जीवन है मनुष्य का उस जीवन में हम कैसे भक्ति साधना कर सकते हैं जीवन को भक्तिपूर्ण बना सकते हैं ये शिवपुराण कथा बताती है। जैसे-जैसे ईश्वर की भक्ति में डूबते जाओगे तब जीवन के आनंद की अनुभूति होगी। शिवमहापुराण पुण्य का अर्जन है। शिवपुराण का पाठ करने से न केवल मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, बल्कि व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति भी हो सकती है। यह आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। 

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