- एक लोटा जल शिव तत्व का अर्पण परिवार के सदस्य को पाप से मुक्त करता : अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा
महोत्सव के अंतर्गत जारी कथा के पहले दिन पंडित श्री मिश्रा ने कहाकि गुरु और कथा का एक ही काम है आपको भगवान से जोड़कर रखे, आपको सद्मार्ग की ओर अग्रेषित करे। एक गुरु की प्रेरणा से शिष्य का जीवन सफल हो जाता है, वहीं कथा में आकर सच्चे मन से भावपूर्ण तरीके से कथा का श्रवण करने से हमारे जीवन की दिशा ही बदल जाती है। कथा के माध्यम से भगवान शिव की प्राप्ति करने के लक्ष्य से कथा का श्रवण करें। उन्होंने भगवान शिव के स्वरूप का वर्णन करते हुए उनके स्वभाव का वर्णन किया एवं देवराज ब्राह्मण का उल्लेख करते हुए कहाकि ब्राह्मण कुल में जन्म लेने के बाद भी जिस प्रकार से अपने धर्म से च्युत होकर अधर्म मार्ग का अनुसरण किया, लेकिन शिव महापुराण की कथा ने उसके जीवन की दिशा बदल दी। एक छोटा सा जीवन है मनुष्य का उस जीवन में हम कैसे भक्ति साधना कर सकते हैं जीवन को भक्तिपूर्ण बना सकते हैं ये शिवपुराण कथा बताती है। जैसे-जैसे ईश्वर की भक्ति में डूबते जाओगे तब जीवन के आनंद की अनुभूति होगी। शिवमहापुराण पुण्य का अर्जन है। शिवपुराण का पाठ करने से न केवल मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, बल्कि व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति भी हो सकती है। यह आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

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