फिल्म का निर्देशन किया है भोजपुरी सिनेमा के नामचीन निर्देशक रजनीश मिश्रा ने, जिनकी यह फीलमची के साथ पहली फिल्म है। काजल यादव ने 'सुधा' के किरदार में दमदार अभिनय किया है, वहीं मोहन की भूमिका में राघव नय्यर ने संवेदनशीलता के साथ अपने किरदार को जिया है। चार ननदों की भूमिकाओं में नीतिका जायसवाल, सलेशा मिश्रा, योगिता कोइराला और माधवी आशा ने फिल्म को जीवंतता प्रदान की है। इसके अलावा खुशी सिंह, राम सुजन सिंह, माया यादव और कविता जैसे कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे। फीलमची भोजपुरी ने पहली बार अपने वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर का समय सुबह 9 बजे रखा है ताकि पूरा परिवार एक साथ इस फिल्म को देख सके। यह समय सावन और रक्षाबंधन जैसे त्योहारों की पारिवारिक गरिमा को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है। जो दर्शक सुबह फिल्म नहीं देख सकें, उनके लिए शाम को इसका रिपीट टेलीकास्ट भी किया जाएगा। तो इस रक्षाबंधन, रिश्तों की गर्माहट और परिवार की एकजुटता का जश्न मनाइए ‘चार ननद की एक भौजाई’ के साथ। देखिए यह भावनात्मक और मनोरंजक कहानी 9 अगस्त को सुबह 9 बजे, सिर्फ फीलमची भोजपुरी पर।
पटना (रजनीश के झा)। भोजपुरी सिनेमा प्रेमियों के लिए एक खास तोहफा लेकर आ रहा है लोकप्रिय चैनल फीलमची भोजपुरी, जो रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर अपनी चौथी ओरिजिनल फिल्म ‘चार ननद की एक भौजाई’ का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर करने जा रहा है। यह फिल्म 9 अगस्त को सुबह 9 बजे पहली बार टेलीविजन पर प्रसारित की जाएगी। पारिवारिक रिश्तों और संवेदनाओं से सजी इस फिल्म को खास तौर पर रक्षाबंधन जैसे पारिवारिक पर्व के दिन प्रसारित किया जाना, इस मौके को और भी खास बना देता है। फिल्म की कहानी 'मोहन' और उसकी चार बहनों के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनकी परवरिश मोहन ने अपने माता-पिता के गुजर जाने के बाद की है। मोहन की शादी के बाद परिवार में एक नया किरदार 'सुधा' की एंट्री होती है, जो अब घर की जिम्मेदारियों, रिश्तों की उलझनों और अपने आत्मसम्मान के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करती है। यह फिल्म सास-ननद-भौजाई जैसे रिश्तों के पारंपरिक चित्रण से अलग, एक संवेदनशील और सशक्त महिला किरदार की कहानी को सामने लाती है।

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