- कंधे पर कांवड़ और 400 किमी की पैदल यात्रा, बोल बम के नारे के साथ जल लेकर पहुंचे शिव भक्त
रविवार को पहुंचे 20 हजार से अधिक श्रद्धालु
श्री दीक्षित ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की प्रेरणा से इस कलियुग में एक बार फिर से शिव युग की वापसी हुई है। देश और विदेश में भगवान शिव के मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है और सनातन धर्म मजबूत होकर उभर रहा है। रविवार को भादो का पहला दिन था और पंडित श्री मिश्रा ने भुजारिया पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं से भेंट की। सावन माह का समापन शनिवार को हो गया है इसके साथ ही भादों माह की शुरुआत हो गई है। सावन के समापन के साथ ही भादों माह के वात, त्योहार और धार्मिक आयोजन शुरू हो जाएंगे। इस माह में कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी जैसे प्रमुख पर्व आते हैं। हालांकि, महाराष्ट्रीयन समाज के लिए सावन का रंग अभी फीका नहीं पड़ेगा। उनके पंचांग के अनुसार सावन माह अभी आगामी दिनों तक चलेगा। वहीं प्रतिदिन बड़ी संख्या में महाराष्ट्र के श्रद्धालु बाबा का आशिर्वाद लेने और अभिषेक करने पहुंचेंगे। इसके लिए समिति ने मंदिर परिसर में इंतजाम किए है। वहीं रविवार को करीब 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को शुद्ध घी के लड्डू के साथ भोजन-प्रसादी का वितरण किया गया।

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