- आगरा फ्रेंचाइजी घोटाले पर सीएजी रिपोर्ट दबाने का आरोप, पावर कारपोरेशन को अब तक 3432 करोड़ का घाटा हो चुका है
निजीकरण की प्रक्रिया तत्काल रोकी जाए
संघर्ष समिति ने कहा कि पावर कॉरपोरेशन कथित घाटे का हवाला देते हुए पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण की कार्यवाही कर रहा है। संघर्ष से समिति ने कहा कि पावर कारपोरेशन का प्रबंध घाटे को लेकर इतना संवेदनशील है तो उसे सबसे पहले आगरा का फ्रेंचाइजी करार तत्काल रद्द कर देना चाहिए जिसके चलते पावर कारपोरेशन को प्रति वर्ष 1000 करोड रुपए का नुकसान हो रहा है। संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि आगरा फ्रेंचाइजी करार तत्काल रद्द किया जाए। बिडिंग घोटाले और सीएजी रिपोर्ट दबाने की उच्च स्तरीय जांच हो। जब आगरा व ग्रेटर नोएडा में निजीकरण घोटाले उजागर हो चुके हैं तो पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों का निजीकरण भी तुरंत निरस्त किया जाए।
नुकसान का असली कारण निजीकरण करार
नेताओं ने कहा कि पावर कारपोरेशन घाटे का हवाला देकर निजीकरण कर रहा है, जबकि वास्तविक घाटे का बड़ा कारण आगरा फ्रेंचाइजी करार है। यदि इसे खत्म नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र होगा। सभा को ई. मायाशंकर तिवारी, ई. एस.के. सिंह, दीपक गुप्ता, नेहा कुमारी, लोकनाथ कुशवाहा, संजय गौतम, रमाकांत पटेल, बंशीलाल, सुशांत गौतम, कृपाल सिंह, उमेश सिंह, नन्हे लाल, योगेंद्र कुमार, सरोज भूषण, पंकज यादव, बृजेश यादव, सूरज रावत, रामाशीष कुमार, प्रवीण कुमार, बृज कुमार व देवेंद्र सिंह आदि ने संबोधित किया।

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