- प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम दिया बीस सूत्रीय मांगों का कलेक्टर को ज्ञापन
- बे-मतलब के विभाग- किसान यत्रिकी विभाग, आत्मा विभाग, एमपी.एग्रो, संस्कृतिक विभाग तत्काल बंद किए जाए
- उद्योगपतियों की तर्ज पर अन्नदाताओं को भी संपूर्ण रूप से कर्जा मुक्त किया जाए
मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के द्वारा ऋण माफी योजना में छूटे हुए किसानों को ऋण मुक्ति कि जाने,मुख्य मंत्री की योषणा अनुसार प्रतित्येक खातेदार किसान की ऋण सीमा 5 लाख रूपये करने और 0 प्रतिशत ब्याज दर पर लोन उपालब्ध कराने, मुख्य मंत्री ट्रांसफामर्7र योजना अनुदान पुन: चालू करने, प्रदेश के किसानों के सिंचाई के लिए 16 घंटे विजली प्रदान करने और 440 बोल्ट करंट विद्युत पम्प तक पहुंचाया जाने, लाड़ली बहना योजना में छुटी हुई बहनों को योजना का लाभ दिया जाने,मुख्य मंत्री लाड़ली गौ योजना प्रारंभ करने गौमाता को संरक्षण देने,गौ हत्या पर रोक लगाने, बैंकों के द्वारा डिफाल्टर किसानों के चित्र शाखा में लगे हैं उस पर रोक लगाने, और प्रायवेट बैंको द्वारा किसान मजदूर को ऋण देते समय शर्ते को गुप्त रखा रखने पर कार्रवारही किए जाने, किसान यत्रिकी विभाग, आत्मा विभाग, एम. पी. एग्रो, संस्कृतिक विभाग तत्काल बंद किये जाने,डीएपी तथा युरिया खाद की उपलब्धा सुनिश्चित की जाने,पटवारी एवं ग्राम सेवक का प्रत्येक ग्राम में निश्चित स्थान व समय तय किया जाने और अधिक ग्राम हल्के होने पर सप्ताह में दिन तय किये जाने,अमानक खाद बीज, पेस्टीसाईड की जाँच के लिये प्रत्येक तहसील स्तार पर शासकीय लेबोरेट्री की व्यवस्था की जाने, लेण्ड पोलिंग एक्ट तत्काल वापस लिये जाने,कृषि का उत्पाद का मूल्य नियूतम है तो मेडिकल व डॉक्टर की फीस वकील, प्रायवेट स्कूल की फीस भी नियूतम किए जाने सरकार द्वारा 25 प्रतिशत नमी मानकर खरीदी किए जाने, खरीफ फसल 2024 की बीमा राशी बहुत कम दी गई है इसे तत्काल बढ़ाया जाने छूटी हुई तहसील एवं पटवारी हल्का में छुटे हुऐ किसानों के नाम जोड़े जाने, वर्तमान समय में किट प्रकोप एवं पीला मोजक अतिवृष्टि से किसानों की फसल सोयाबीन, मक्का, उड़द, मूंग, अरहर आदि खाराब हो गई है शीघ्र जाँच एवं सर्वे कराकर राहत राशि एवं बीमा राशी प्रदान की जाने, प्रतियोगी परीक्षाओं में बहनों के मंगल सूत्र बिन्दी, चूड़ी एवं कंगन उतराते हैं व धर्म के विरूद्ध है उसे तत्काल बंद किया जाने,पिता की भूमि में बहनों के नाम शपथ पत्र देने के उपरांत हटाने की व्यवस्था कि जाने,मुख्य मंत्री खोत सड़क योजना फिर से शुरू करते हुए पक्की सड़क का विशेष बजट दिया जाने,मुख्य मंत्री सम्मान निधि सभी छूटे हुये किसानों की जोड़ते हुये लाभ दिया जाने, पांच रूपये में बिजली कृषि पम्प कनेक्शन में 12 सी रूपये प्रति हर्ष पावर की बाध्यता समाप्त की जाये एवं लम्बीत कृषि पम्प कनेक्शनों को तुरंत किया जाने,कृषि पम्प कनेक्शन के कई जले पड़े ट्रांसर्फामर बदले जाने और झुलते तार, टुटे पोल ठीक किए जाने, ग्रामीण क्षेत्रो में अयोशित बिजली कटोती बंद की जाने,घरेलु जाले ट्रांसफांमर बदले जाने सहित अन्य मांगे की गई।
प्रदर्शन में बाबूलाल पाटीदार,बलराम मुकाती,गौपाल पाटीदार, रविदत्त सिंह,घरनसिंह भैसानिया,कन्हैयालाल इटावदिया,मांगीलाल मास्टर,देवकरण परमार मांगीलाल पटेल,यशवंतसिंह,राजमल परमार,बाबूलाल पटेल,देवकरण मेवाड़ा,नारायणसिंह ठाकुर,कैलाश ठाकुर,अरविन्द ठाकुर,कैलाश वर्मा, लक्ष्मीनारायण,शिवनारायण वमा्र्र,नाथूलाल वर्मा,हमीर पटेल,सूरजसिंह वर्मा,रमेशचंद समवालिया,रामचरण, देवकरणसिंह मेवाड़ा, राधेश्याम वर्मा, सुखराम विश्वकमाज़्, पवन परमार, पदमसिंह, ताराचंद, दीपक ठाकुर, सुजील वमाज़्, पप्पू वर्मा, मदनसिंह पटेल, विष्णुप्रसाद जोदिया, बाबूलाल वमाज़्, सूरजसिंह वमाज़्, रामचरण मेवाड़ा, रमेशवन्द्र वमाज़् बाबूलाल वमाज़्, अशोक पाटीदार, पुरसोत्तम डाबरी, दशरथसिंह मंडलोई, महेन्द्र वमाज़्, मांगीलाल, नारायणसिंह, प्रतापसिंह आदि सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें