‘‘एआई और ऑटोमेशन पर यह राउंड टेबल, उद्योग एवं अकादमिक जगत के बीच के अंतर को दूर करने की जयपुरिया की विरासत की पुष्टि करता है। शिक्षक होने के नाते हम छात्रों को न सिर्फ नौकरी पाने में सक्षम बनाना चाहते हैं, बल्कि तेज़ी से विकसित होते कारोबार जगत में उन्हें लीडरशिप के लिए भी तैयार करना चाहते हैं। भारत के पहले एआई-उन्मुख बिज़नेस स्कूल होने के नाते, जयुपरिया पाठ्यक्रम के डिज़ाइन से लेकर व्यवहारिक लर्निंग तक मैनेजमेन्ट शिक्षा के हर पहलु में आर्टीफिशियल इंटेलीजेन्स को शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। एआई-उन्मुख निर्णय निर्धारण पर हमारा फोकस इस बात की पुष्टि करता है कि हमारे छात्र इंटेलीजेन्ट तकनीकों द्वारा परिभाषित भविष्य की ओर अग्रसर हों” डॉ सुभज्योति रे, डायरेक्टर, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट, नोएडा ने कहा।
इस मंच पर पांच विषयों पर चर्चा हुईः
· लागत एवं संसाधनों का अनुकूलन
· रोबोटिक्स, आईओटी एवं एआई इंटीग्रेशन
· जोखिम एवं संकट प्रबन्धन के लिए एआई
· नैतिक आपूर्ति श्रृंखला
· संचालन में एआई-उन्मुख निर्णय निर्धारण
‘‘मुझे खुशी है कि मुझे जयपुरिया के राउंड टेबल में हिस्सा लेने का मौका मिला, जहां एकेडमिक और उद्योग जगत के पेशेवरों ने आपूर्ति श्रृंखला के रूपान्तरण में टेक्नोलॉजी के साथ-साथ मानवीय एवं नैतिक पहलुओं पर भी विचार-विमर्श किया। एआई- प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स, इंटेलीजेन्ट ऑटोमेशन और रियल-टाईम निर्णय निर्धारण द्वारा आपूर्ति श्रृंखला को सशक्त एवं प्रत्यास्थ बनाने में मुख्य भूमिका निभाता है। जोखिम एवं आपदा प्रबन्धन में एआई को शामिल करने से संगठन किसी भी मुश्किल को पहले से पहचान सकते हैं और विश्वस्तरीय वातावरण की चुनौतियों को हल करने में योगदान दे सकते हैं। मुझे विश्वास है कि आपसी सहयोग के साथ यह आज के दौर की मुश्किल चुनौतियों को हल करने के लिए आधुनिक समाधान लाता रहेगा।“ कर्नल, अंगद रेयर, हैड ऑफ ग्लोबल इन्वेंटरी ऑप्टिमाइज़ेशन, एमज़ॉन ने कहा।

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