उदय सिंह ने मिलन समारोह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी अच्छे लोग हैं। सभी ने लंबे समय तक नीतीश जी का साथ दिया है। इनकी तरह ही कई अच्छे लोगों को साथ लेकर नीतीश जी ने अच्छी राह पर चलना शुरू किया था। लेकिन अब नीतीश जी चलते चलते राह भटक गए हैं। मैं खुद उनका बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूं। लेकिन अब वो जैसे लोगों के साथ घिरे हुए हैं, बिहार को तेजी से सर्वनाश की ओर ले जा रहे हैं। इतिहास में अब उनका नाम स्वर्णाक्षरों में नहीं लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह लोग किसी पद के न मिलने पर पार्टी छोड़ रहे हैं। यह लोग काम करने वाले लोग हैं। अब पार्टी में मन लायक काम नहीं कर पा रहे हैं। घुटन महसूस कर रहे हैं। इसलिए पार्टी छोड़ रहे हैं। वहीं जन सुराज पार्टी में शामिल होने के बाद दसई चौधरी ने कहा कि मैं बहुत दिनों तक जदयू से जुड़ा रहा। जब मैं विधायक था, तब नीतीश जी कुछ नहीं थे। लालूजी की पार्टी से तीन बार विधायक रहने के बाद फिर लालूजी के खिलाफ हमने तन मन धन से नीतीश जी का साथ दिया। लेकिन बाद में नीतीश जी ने हमपर ध्यान नहीं दिया। न ही संगठन, न सरकार में सहभागी बनाया। हम बार बार उनसे अनुरोध करते रहे। मुलाकात भी की, लेकिन उन्होंने कोई सकारात्मक बात नहीं की। फिर प्रशांत किशोर जी से मुलाकात की और उनके साथ काम करने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने बहुत इज्जत के साथ पार्टी से जुड़कर काम करने को कहा।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे महुआ से चुनाव नहीं लड़ना है। मैं संगठन में काम करने आया हूं। मैं एमएलसी, तीन बार विधायक, सांसद और चंद्रशेखर सरकार में मंत्री भी रहा हूं। अब क्या ही चाहिए! भुवन पटेल ने कहा कि मैं समता पार्टी का फाउंडर मेंबर रहा हूं। पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों का जिलाध्यक्ष रहा हूं। बिहार और उत्तर प्रदेश में पार्टी की ओर से चुनाव पर्यवेक्षक के तौर पर भी काम किया है। नीतीश कुमार सबसे जीनियस मुख्यमंत्री हैं, लेकिन अब उम्र के अनुसार उनकी शारीरिक क्षमता कम हो रही है। उनके अगल-बगल के कुछ लोग ही सरकार चला रहे हैं। सभी जगह अपने लोगों को जगह दे रहे हैं, जिससे पार्टी के पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं को दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर जब जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे, तब उनके साथ काम करने का मौका मिला था। अब उनसे मुलाकात कर पार्टी के साथ जुड़ने की इच्छा जताई तो उन्होंने सादर आने का निमंत्रण दिया है। बीते तीन तारीख को हमने जदयू के सभी पदों से इस्तीफ़ा दे दिया है। अब जन सुराज के साथ काम करेंगे।

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