पूर्णिया : प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 8 सितंबर 2025

पूर्णिया : प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना

  • जनता के डर से योजनाओं का ऐलान किया जा रहा, लेकिन जनता ने अब जन सुराज के साथ आने का मन बना लिया है

Prashant-kishore-attack-nitish
पूर्णिया (रजनीश के झा)। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में आज पूर्णिया के रूपौली विधानसभा में ‘बिहार बदलाव जनसभा’ करने पहुंचे। रूपौली हाई स्कूल मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अभी तो लोगों ने वोट भी नहीं दिया, सिर्फ जन सुराज की सभाओं में आना शुरू किए हैं कि नीतीश कुमार ने बुजुर्गों का पेंशन 400 से 1100 रुपया तक बढ़ा दिया। आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ा, रसोइया की सैलरी बढ़ी, बिजली भी 125 यूनिट तक मुफ्त हो गई। अब आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी मानदेय बढ़ा है।


उन्होंने कहा कि यह जनता का डर है कि नीतीश सरकार ये सारे काम कर रही है। इससे पहले इन्हें लगता था कि लोग लालू के डर से वोट दे ही देंगे। अब उन्हें दिख रहा है कि जनता को जन सुराज के तौर पर विकल्प मिल गया है। जनता ने भी अब जन सुराज के साथ आने का मन बना लिया है। वहीं प्रशांत किशोर ने कटिहार के कांग्रेस सांसद तारिक अनवर द्वारा कंधे पर चढ़कर बाढ़ का निरीक्षण करने पर तंज भरा हमला किया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस नेताओं की राजशाही मानसिकता वाला चरित्र दिखाता है। इनके नेता राहुल गांधी भी आए और 6 दिन में ही बिहार की सभी समस्याओं को समझकर चले गए। प्रशांत किशोर ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का भी स्वागत किया, जिसमें कोर्ट ने चुनाव आयोग को SIR के लिए आधार कार्ड को वैलिड डॉक्यूमेंट मानने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि हमलोग पहले से कह रहे हैं कि अगर आपके पास आधार है तो आपको डरने की जरूरत नहीं है। चुनाव आयोग के पास नागरिकता तय करने का अधिकार नहीं है। इसलिए किसी को डरने की जरूरत नहीं है। अगर 2-4 लोगों का नाम कट भी गया तो भी जितने लोग रह जायेंगे, वो नीतीश कुमार और भाजपा को सबक सिखाने के लिए काफी हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: