- अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन में की थी औरंगजेब की तारीफ़
- राजपूत समाज व छात्र संगठनों का विरोध,लगाया मेवाड़ के वीरों के अपमान का आरोप
नयी दिल्ली, 20 सितम्बर (विजय सिंह)। राजस्थान के उदयपुर स्थित मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी की कुलपति (वाईस चांसलर) प्रो.( डॉ.) सुनीता मिश्रा ने विगत दिनों उदयपुर में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन में मुग़ल शासक औरंगजेब को सक्षम शासक बताते हुए औरंगजेब की तारीफ में कशीदे गढ़े थे। कुलपति सुनीता मिश्रा के इस वक्तव्य के बाद उठे जोरदार विरोध को देखते हुए सुनीता मिश्रा ने राजपूत समाज, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और छात्रों से माफी मांगते हुए एक लिखित क्षमा याचना संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, "उदयपुर में हाल ही में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मैंने औरंगजेब को सक्षम शासक बताया। इससे महाराणा प्रताप के अनुयायियों और राजपूत समाज की भावनाएं आहत हुईं। यह मेरी गलती है। मेरा उद्देश्य कभी भी इस वीर भूमि या इसके महान नायकों का अपमान करना नहीं था। मैं मेवाड़, राजस्थान और विशेषकर राजपूत समाज से अपनी भूल के लिए दिल से क्षमा मांगती हूं।"

इधर कुलपति सुश्री मिश्रा के प्रति बढ़ते विरोध के देखते हुए राजस्थान के राज्यपाल सह कुलाधिपति हरिभाऊ किशनराव बागड़े ने सुनीता मिश्रा के बयां खिलाफ जांच के लिए एक जांच समिति का गठन कर आदेश दिया है कि , “यह समिति एमएलएसयू की कुलपति सुनीता मिश्रा के खिलाफ प्राप्त सभी आरोपों की जांच करेगी। आवश्यक दस्तावेज एकत्र करेगी और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर राज्यपाल को यथाशीघ्र प्रस्तुत करेगी।” जांच का आदेश कुलपति सुश्री मिश्रा के उस वीडियो बयान के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने अपने विवादित वक्तव्य के लिए माफी मांगी थी। 12 सितंबर को आयोजित ‘इंडियन नॉलेज सिस्टम: ए रोडमैप टू विकसित भारत 2047’ सम्मेलन में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की वाईस चांसलर सुनीता मिश्रा ने औरंगजेब को “सक्षम शासक, एवं सबसे अच्छा है” बताया था। उन्होंने महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान की तुलना अकबर से भी की थी। कुलपति मिश्रा के बयान के बाद ही अखिल भारतीय विद्धार्थी परिषद् और अन्य छात्र संगठनों ने विश्वविध्यालय परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने कुलपति के चेंबर को बाहर से ताला लगाने के साथ ही पुतला जलाया, फोटो पर कालिख पोती, धरना-प्रदर्शन किया और राज्यपाल को पत्र लिखकर सुनीता मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग की है । मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी की वाईस चांसलर सुनीता मिश्रा के विरुद्ध राज्यपाल द्वारा दिए गए जांच आदेश के बाद फिलहाल सभी की निगाहें जांच समिति की रिपोर्ट और अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें