- मायका पक्ष ने ससुरालीजनों पर लगाया था दहेज हत्या का आरोप
- कोर्ट के आदेश पर सक्षम अधिकारियों की मौजूदगी में खोदी गई कब्र

फतेहपुर (सीबू खान)। हथगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत लाडलेपुर गांव में करीब एक वर्ष पूर्व अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर बली वेदी पर चढ़ी एक मृतक महिला का शव मजिस्ट्रेट और डीएसपी की निगरानी में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कब्र से शव निकलवाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटनाक्रम के मुताबिक मृतक महिला शकीला की मां बरकुन पत्नी शग्गा निवासी रौजे सैफ खां, गडरियापुर थाना सैनी जनपद कौशांबी ने फतेहपुर कोर्ट को दी गई शिकायत में बेटी के ससुराल वालों पति मोहम्मद वसीम, जेठ मोहम्मद शमीम, हलीम पुत्रगण ईदीशाह, हलीम की पत्नी नाम अज्ञात, नगीना पुत्री इम्तियाज के विरुद्ध आरोप लगाया था कि उसने 3 जुलाई 2021 को बेटी की शादी अपनी हैसियत के अनुसार की थी, करीब पांच लाख रूपये इस विवाह में खर्च हुए थे। उनका कहना था कि ससुरालीजन दो लाख रूपये अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर उनकी बेटी को प्रताड़ित करते थे जिसको लेकर एक समझौता भी थाने में किया गया था, इसके बाद कुछ दिन तो सब ठीक-ठाक रहा, किंतु कुछ दिन बाद ही बेटी को एक पुत्र पैदा हुआ। इसके बाद व्यापार करने के लिए पति वसीम के द्वारा शकीला को लगातार मारपीट एवं गाली गलौज करते हुए प्रताड़ित किया जाने लगा। मृतक महिला की मां का आरोप है कि उसका दामाद सऊदी अरब में कमाने के लिए चला गया जिसके बाद पूरे षडयंत्र के तहत बेटी को सुनियोजित तरीके से 1 सितंबर 2024 को मौत के घाट उतार दिया गया। मृतक महिला की मां ने बताया कि जब उन्हें बेटी की मौत की सूचना मिली तो वह लोग बेटी की ससुराल पहुंचे जहां पर बेटी को उपचार के लिए ले जाने का बहाना बनाकर उन लोगों को गुमराह किया जाता रहा, कुछ देर बाद एक लोडर के द्वारा बेटी का शव जब ससुराल पहुंचा तो उसकी हालत देखकर वह अवाक रह गई, उसके सिर से खून निकल रहा था तथा गले में चोट के काले निशान पड़े थे। उसका कहना है कि 1 सितंबर को ही ससुराल वालों ने जबरन बेटी के शव का अंतिम संस्कार कर दिया, जिसके लिए वह लोग सहमत नहीं थे और पोस्टमार्टम करने के लिए मिन्नत करते रहे। उसने बताया कि इस मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की थी किंतु पुलिस ने उन लोगों को थाने से भगा दिया जिसके बाद वह लोग 18 अक्टूबर 2024 को रजिस्टर्ड डाक के जरिए पुलिस अधीक्षक को सूचना दिया, किन्तु पुलिस ने उसके बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं किया, इसके बाद वह लोग कोर्ट की शरण पर पहुंचे, कोर्ट के आदेश पर मृतक बेटी के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए कब्र को खोदकर लाश निकाली गई है। पीड़ित मां का कहना है कि उसे उम्मीद है कि अब उनकी बेटी को इंसाफ जरूर मिलेगा। इस दौरान नायब तहसीलदार ओम प्रकाश व सीओ थरियांव वीर सिंह मौजूद रहें।
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