- एक दर्जन से अधिक प्रतिभागियों को दिए पुरस्कार
- मेरे नशे की लत का जिम्मेदार मेरा समाज विषय प्रतियोगिता का आयोजन
वही इस के पक्ष में चर्चा करते हुए राजा तिवारी ने कहाकि हम सभी सामाजिक प्राणी है और आस-पास जो भी होता है उसका असर हम पर तेजी से पड़ने लगता है, यदि आप न चाहते हुए भी नशा कर रहें है तो इससे बचाव के लिए आपको इसे एकदम से नहीं छोड़ना है बल्कि इसे आप धीरे-धीरे छोड़ने की आदत को डालें। क्यूकि कहते है न की अगर किसी चीज को पाने में 6 महीने लगें है तो उसको छोड़ने में 8 से 10 महीने तो आसानी से लग सकते है। लेकिन कोशिश यही करनी है की इससे दूरी जल्दी बनाई जाए। नशा छोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका मजबूत मन निभाता है। अगर आपने फैसला कर लिया है कि आप दोबारा नशे को हाथ नहीं लगाएंगे, तो पहले मन में आत्मविश्वास बढ़ाएं। खुद पर भरोसा करना शुरू करें कि इस काम को फिर से नहीं दोहराएंगे। कई बार व्यक्ति नशे का शिकार किसी बीमारी के कारण होता है, इसलिए जरूरी है की अगर व्यक्ति किसी पुराणी बीमारी से काफी लंबे समस्य से जूझ रहा है तो उसको उस बीमारी से बाहर निकाले। बुरी संगत और बुरी चीजों से दुरी बनाकर रखें, वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी की एक मछली सारे तालाब को गंदा करती है, ठीक यही कहावत नशा करने वाले लोगों को साथ रखने से भी सही साबित होती है। नशे से बचाव के लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल और दिनचर्या में बदलाव लाना होगा तभी जाकर आप इस लत से खुद को बाहर निकालने में कारगर साबित होंगे। इसके अलावा अपने रोजाना की दिनचर्या में योग व्यायाम को जरूर शामिल करें।
आज किया जाएगा अन्य विषय पर चर्चा
इस संबंध में श्रद्धा भक्ति सेवा समिति की ओर से मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र के तत्वाधान में दो दिवसीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जा रहा है। गुरुवार को इसका समापन किया जाएगा। इस मौके पर यहां पर मौजूद हितग्राहियों के मध्य पक्ष-विपक्ष के माध्यम से एक दूसरे के सुझाव और उपाय के प्रति उनके विचार सुनकर उनको पुरस्कार वितरण किया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें