बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि आयकर विभाग, उत्पाद विभाग, पुलिस, सीमा शुल्क, नारकोटिक्स ब्यूरो, डीआरआई तथा अन्य प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सुदृढ़ समन्वय स्थापित किया जाए, ताकि किसी भी शिकायत या सूचना पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। त्वरित सूचना आदान-प्रदान के लिए व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से संपर्क बनाए रखने की बात कही गई. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि व्यय अनुश्रवण से संबंधित सभी व्यवस्थाएं—जैसे उड़नदस्ता, स्थैतिक निगरानी दल, वीडियो सर्विलांस टीम एवं अकाउंट टीम—भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सुचारू रूप से कार्य करें।उन्होंने सभी एजेंसियों को Compendium of Instructions on Election Expenditure Monitoring (Dec 2024) में दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया.उन्होंने कहा कि सी-विजिल एप पर नागरिकों द्वारा प्राप्त शिकायतों का त्वरित निपटारा किया जाए, ताकि आम जन की सहभागिता से आदर्श आचार संहिता का प्रभावी क्रियान्वयन हो सके.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पश्चिम चम्पारण जिले की सीमाओं पर विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि पड़ोसी जिलों, राज्यों तथा अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से नकद, शराब या मादक पदार्थों की अवैध आवाजाही पर रोक लगाई जा सके.इसके लिए सीमावर्ती जिलों एवं राज्यों के साथ संयुक्त अभियान चलाने, ज्वाइंट कंट्रोल रूम तथा क्विक रिस्पांस टीम (QRT) स्थापित करने के निर्देश दिए गए.साथ ही स्थैतिक निगरानी दलों के चेक पोस्टों पर वाहनों की गहन तलाशी एवं संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया. भवनों और परिसरों की भी सघन जांच सुनिश्चित की जाएगी ताकि निर्वाचन के दौरान किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि न हो.जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सभी एजेंसियां ESMS (Expenditure Sensitive Monitoring System) का प्रभावी उपयोग करें तथा जब्ती से संबंधित सभी प्रतिवेदन समय पर एवं स्पष्टता के साथ अपलोड करें.जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने लोगों से कहा है कि 50 हजार से ज्यादा की राशि आपके साथ है तो उसकी जांच होगी. बैठक में व्यय प्रेक्षक,श्री अनिल कुमार एवं श्री विनय कुमार कांथेटी सहित विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारी, पुलिस प्रशासन, उत्पाद विभाग, सीमा शुल्क, आयकर विभाग सहित संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

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