- दीपावली की रात दो भाइयों की कपड़ों की दुकान में लगी आग, तीन घंटे की मशक्कत के बाद बुझी लपटें
- रात 3 बजे युवक ने दी सूचना, तीन घंटे तक धधकता रहा दुकान, 500 मीटर दूर तक फैली दहशत, दो भाइयों की मेहनत बनी राख
वाराणसी (सुरेश गांधी). भदोही जिले के सुरियावा बाजार में दीपावली की रात खुशियों के बीच अफरातफरी और दहशत का मंजर छा गया। सोमवार की रात उस वक्त बाजार में हड़कंप मच गया जब महेंद्र जायसवाल व उनके भाई बाबा की कपड़ों की दुकान में भीषण आग लग गई। रात करीब तीन बजे एक स्थानीय लड़के ने महेंद्र जायसवाल को फोन कर आग लगने की सूचना दी। सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे तो पूरा दुकान लपटों में घिरा दिखाई दिया। आग इतनी भीषण थी कि देखते ही देखते महंगे कपड़ों से भरी दुकान पूरी तरह जलकर राख हो गई। ऊंची-ऊंची लपटें आसमान छूने लगीं, जिससे आसपास के घरों और दुकानों में दहशत फैल गई। बता दें, बाजार से करीब 500 मीटर की दूरी पर महेन्द्र का आवास है. रात में दुकान में दीपावली की पूजा के बाद वह घर चले गए थे. बताया जा रहा है, अगर आग पर जल्दी काबू नहीं पाया जाता तो कई और ुदकाने चपेट में आ जाती. आग की तेज लपटें और धुएं के गुबार दूर से ही भयावह दृश्य प्रस्तुत कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सुरियावा थाना पुलिस और भदोही से आई तीन दमकल गाड़ियां लगातार तीन घंटे तक मशक्कत करती रहीं, तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। मगर तब तक दुकान में रखा लगभग एक करोड़ रुपए से अधिक मूल्य का माल पूरी तरह खाक हो चुका था।
महेंद्र जायसवाल की दुकान के बगल में ही उनके भाई बाबा जायसवाल की भी कपड़ों की दुकान थी। दोनों दुकानों के बीच हाल ही में पार्टिशन किया गया था। बताया जा रहा है कि आग इतनी भयंकर थी कि एक झरोखे या संकरे मुंहचौक से लपटें दूसरी दुकान तक पहुंच गईं। इससे बाबा जायसवाल की दुकान भी आग की चपेट में आ गई और वहां रखा लाखों का कपड़ा व सामान जल गया। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच के बाद आशंका जताई है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी होगी। टीम के अनुसार, इस अग्निकांड में करीब 80 लाख रुपए से अधिक की क्षति हुई है। आग की तीव्रता इतनी थी कि ऊपर बने मकान की दीवारों में दरारें पड़ गईं और प्लास्टर झड़ गया। मकान की छत के हिस्से भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही देर रात ही प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचे। उन्होंने नुकसान का जायजा लिया और फायर टीम से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। साथ ही एहतियातन बिजली सप्लाई बंद कर दी गई ताकि आग दोबारा न भड़के। स्थानीय व्यापारी संघ ने इस घटना को गहरी क्षति बताते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व मुआवजा दिलाने की मांग की है। व्यापारियों ने यह भी कहा कि बाजार में अग्निशमन सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था और बिजली लाइनों की नियमित जांच कराई जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। दीपावली की रात खुशियों की रोशनी में डूबा बाजार कुछ ही पलों में मातम में बदल गया। सुबह जब सूरज निकला तो राख में तब्दील दुकानें, जली हुई दीवारें और पिघले हुए छज्जे उस भयावह रात की गवाही दे रहे थे।
घटना की झलक एक नजर में
आग लगने का समय : रात करीब 3 बजे, एक स्थानीय युवक ने फोन कर महेंद्र जायसवाल को दी सूचना।
तीन घंटे की मशक्कतः भदोही से पहुंचीं तीन दमकल गाड़ियों ने करीब तीन घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया।
नुकसान का अनुमान : फायर ब्रिगेड की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार करीब 80 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति जलकर खाक।
मकान को भी नुकसान : ऊपर बना मकान झुलस गया, दीवारों में दरारें आईं, प्लास्टर झड़ गया।
संभावित कारणः
प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका।
प्रशासनिक प्रतिक्रियाः
स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन किया और बिजली सप्लाई बंद कराई, साथ ही फायर विभाग से जांच रिपोर्ट मांगी।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें