- आगामी दिनों में किया जाएगा अन्नकुट महोत्सव का आयोजन, भक्ति भाव से की गई गोवर्धन पूजन

सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में भव्य रूप से पांच दिवसीय दीपावली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में देश भर से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के द्वारा नियमित रूप से दीप प्रज्जवलित किए जा रहे है। अब आगामी दिनों में भव्य रूप से अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। दीपावली की रात्रि को मंदिर परिसर में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित श्री मिश्रा ने यहां पर श्रद्धालुओं के मध्य दीप प्रज्जवलित कर प्रतीक के रूप में आतिशबाजी की। मंगलवार को मंदिर परिसर में भव्य रूप से गोवर्धन पूजन की गई। भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा के आह्वान पर दीप पर्व की रात्रि को देश भर से आए श्रद्धालुओं ने रंग-बिरंगी रोशन के मध्य दीप प्रज्जवलित किया और पूरी रात्रि को भजन कीर्तन का आयोजन किया गया, अब अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। गुरुदेव ने अपने संदेश में कहा कि अन्नकुट महोत्सव सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है। भगवान श्रीकृष्ण को 56 या 108 तरह के पकवानों का भोग लगाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि अन्नकूट भी गोवर्धन पूजा का समारोह है। 56 प्रकार के मिष्ठान पकवान का भोग अर्पित किया जाता है, इससे ही विभिन्न आकृतियां उकेरकर झांकी सजाई जाती है इसलिए इसे अन्नकूट महोत्सव कहते हैं, अन्नकूट प्रसादी का बड़ा महत्व होता है क्योंकि इसमें कई प्रकार की सब्जिय़ां अन्य प्रकार के भोग बनाए जाते है। उस प्रसाद का स्वाद ही अलग होता है। विठलेश सेवा समिति की ओर से समीर शुक्ला, पंडित विनय मिश्रा सहित अन्य के द्वारा अन्नकूट महोत्सव की तैयारियां की जा रही है। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे।
दीप गरबा महोत्सव के लिए रंग-बिरंगी रोशनी से रोशन हुआ कुबेरेश्वरधाम
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि कुबेरेश्वरधाम पर पांच दिवसीय दीप पर्व को लेकर दीपों और रंग-बिरंगी रोशनी से धाम जगमग किया गया है। यहां पर आस्थावान श्रद्धालु हजारों की संख्या में नियमित रूप से आते है और रात्रि को दीप प्रज्जवलित कर रहे है। पांच दिनों तक यहां पर हजारों की संख्या में आने वाले श्रद्धालु भक्ति भाव से भजन-कीर्तन कर रहे है।
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