भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज को भी 3-0 से अपने नाम किया था. यानी दौरे का अंत 5-0 की क्लीन स्वीप के साथ हुआ — एक ऐसा प्रदर्शन जो बताता है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है. दूसरा यूथ टेस्ट एक लो-स्कोरिंग थ्रिलर साबित हुआ. ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में सिर्फ 145 रन ही बना सकी, जिसके जवाब में भारत ने 160 रन बनाकर 15 रनों की बढ़त हासिल की. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिर लड़खड़ा गए और पूरी टीम 116 रन पर ढेर हो गई. भारत को जीत के लिए सिर्फ 102 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे टीम ने 12 ओवर में हासिल कर लिया. इस मैच में दोनों टीमों के बीच कुल मिलाकर सिर्फ 506 रन बने जो भारत और ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के बीच अब तक का सबसे कम मैच एग्रीगेट है. भारत की अंडर-19 टीम ने न केवल जीत हासिल की, बल्कि क्रिकेट की मूल भावना — संघर्ष, अनुशासन और आत्मविश्वास — का परिचय भी दिया. यह श्रृंखला भारतीय क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य की झलक देती है.
पटना, (आलोक कुमार). भारतीय अंडर-19 टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे को ऐतिहासिक अंदाज़ में खत्म किया है. दो मैचों की यूथ टेस्ट सीरीज में 0-2 की जीत दर्ज कर युवा टीम ने यह साबित कर दिया कि भारत की नई पीढ़ी भी उतनी ही सशक्त है जितनी सीनियर टीम।दूसरे यूथ टेस्ट में गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिला। पहले ही दिन 17 विकेट गिरने से मुकाबले का रुख तय हो गया.ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 135 रनों पर सिमट गई, जिसके जवाब में भारत ने 171 रन बनाकर 36 रनों की अहम बढ़त हासिल की. यह बढ़त बाद में निर्णायक साबित हुई.भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों ने इस मुकाबले में गजब का जज्बा दिखाया.दीपेश ने 28 और खिलेन पटेल ने 26 रन बनाकर टीम को मजबूती दी. गेंदबाजी में भारतीय अटैक ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को फिर से नतमस्तक किया और दूसरी पारी में उन्हें महज 116 रनों पर समेट दिया. 81 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने तीन विकेट खोकर जीत हासिल कर ली. यह जीत सिर्फ मैच की नहीं, बल्कि पूरी सीरीज के आत्मविश्वास की कहानी है.

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