- भाजपा की नीतियों से गरीब और अल्पसंख्यक दोनों पीड़ित, अल्पसंख्यक समाज अब जागरूक, विकास के मुद्दे पर करेगा वोट
- फतेहपुर में सपा संगठन पहले से ज्यादा मज़बूत — गांव-गांव तक कार्यकर्ता हैं सक्रिय
प्रस्तुत हैं सपा नेता मोहम्मद सलमान और संवाददाता शीबू खान के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश -
सवाल: मौजूदा भाजपा सरकार में अल्पसंख्यकों की स्थिति को आप कैसे देखते हैं?
जवाब: अल्पसंख्यकों को लगातार हाशिए पर धकेलने की कोशिश की जा रही है। सरकारी योजनाओं में उनका हक़ और प्रतिनिधित्व कम हुआ है। सच्चर कमेटी की रिपोर्टें आज भी प्रासंगिक हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने न तो उनकी सिफारिशों पर अमल किया और न ही अल्पसंख्यकों के रोज़गार, शिक्षा या सुरक्षा पर गंभीरता दिखाई। यही कारण है कि आज लोग समाजवादी पार्टी की ओर उम्मीद से देख रहे हैं।
सवाल: जिले में सपा संगठन की वर्तमान स्थिति को आप कैसे आंकते हैं?
जवाब: सपा संगठन आज फतेहपुर में पहले से अधिक मज़बूत है। गांव-गांव और बूथ-स्तर तक कार्यकर्ता सक्रिय हैं। अल्पसंख्यक, पिछड़े और दलित समाज सपा के साथ मजबूती से खड़े हैं। पार्टी नेतृत्व ने ज़मीन से जुड़े युवाओं और जनपदीय स्तर पर कार्यकर्ताओं को आगे लाकर संगठन को नई ऊर्जा दी है।
सवाल: जिले की राजनीति में अल्पसंख्यक समाज की भूमिका को आप कैसे देखते हैं?
जवाब: अल्पसंख्यक समाज अब जागरूक है। वह जाति और धर्म से ऊपर उठकर अपने हक़ और विकास के मुद्दों पर वोट करना चाहता है। फतेहपुर में भी अब अल्पसंख्यक समाज सत्ता संतुलन की कुंजी बन चुका है। समाजवादी पार्टी ने हमेशा उन्हें सम्मान और हिस्सेदारी दी है।
सवाल: आने वाले चुनाव में सपा की रणनीति क्या होनी चाहिए?
जवाब: सपा को जनता के मुद्दों — महंगाई, बेरोजगारी, किसान, शिक्षा और अल्पसंख्यक सुरक्षा — को केंद्र में रखकर लड़ाई लड़नी चाहिए। कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर बताना होगा कि भाजपा सिर्फ़ प्रचार में मज़बूत है, जबकि सपा ज़मीन पर काम करती है। 2027 में अखिलेश यादव की सरकार बनना अब जनता की ज़रूरत बन चुकी है।
सवाल: व्यक्तिगत रूप से आपकी आगे की सियासी योजना क्या है?
जवाब: मेरा उद्देश्य अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा करना है। राजनीति मेरे लिए समाज सेवा का जरिया है, पद का नहीं। संगठन जो जिम्मेदारी देगा, उसे पूरी ईमानदारी से निभाऊंगा। मेरा सपना है कि फतेहपुर विकास और भाईचारे का मॉडल बने।

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