मधुबनी : जानकी मैथिली पुस्तक केंद्र ने मनाया स्थापना दिवस, रिलीज किये गये छठ गीत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

मधुबनी : जानकी मैथिली पुस्तक केंद्र ने मनाया स्थापना दिवस, रिलीज किये गये छठ गीत

Maithili-Chhath-geet-madhubani
मधुबनी (रजनीश के झा) : धनतेरस के दिन जानकी पुस्तक केंद्र ने अपना दसवां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर जानकी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से दो मैथिली छठ गीतों को कल्पना सिंह ने शहर के गणमान्य लोगों के बीच रिलीज किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कल्पना सिंह ने बताया कि जानकी फिल्म्स की ओर से मिथिला की संस्कृति के विकास के साथ-साथ मैथिली भाषा में दर्शकों के बीच स्वस्थ मनोरंजन की सामग्री भी समय-समय पर लोगों को उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि बहुत कम समय में जानकी फिल्म्स ने कई ऐतिहासिक काम किये हैं जो मैथिली मनोरंजन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रहा है। 


इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जानकी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेश सुनील कुमार झा ने बताया कि आज से दस वर्ष पूर्व धनतेरस के दिन मधुबनी के गौशाला चौक पर जानकी मैथिली पुस्तक केंद्र की नींव रखी गयी थी। कुछ ही दिनों में यह केंद्र शहर के बुद्धिजीवियों के बीच आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र बन गया। आज यह केंद्र सिर्फ एक पुस्तक केंद्र नहीं है, बल्कि एक सांस्कृतिक केंद्र कें रूप में न सिर्फ मधुबनी जिले में, बल्कि संपूर्ण मिथिला क्षेत्र में ख्याति पा चुका है। इस पुस्तक केंद्र की ओर से मैथिली साहित्य और संस्कृति के विकास के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं। श्री झा ने बताया कि मैथिली साहित्य और संस्कृति के विकास के लिए इस पुस्तक केंद्र की ओर से आगे भी उल्लेखनीय कार्य किये जाते रहेंगे। कार्यक्रम में उपस्थित शहर के गणमान्य लोगों ने जानकी मैथिली पुस्तक केंद्र के दसवें स्थापना दिवस पर बधाई दी और कहा कि जानकी पुस्तक केंद्र ने दस वर्षों दौरान जो कार्य किये हैं, वे काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जानकी पुस्तक केंद्र का यह प्रयास सतत जारी रहेगा।

कोई टिप्पणी नहीं: