7 और 8 अक्टूबर को होने वाले स्मार्ट मोबिलिटी सम्मेलन में स्थायी राजमार्ग, बैरियर-फ्री टोलिंग, शहरी पार्किंग और सड़क सुरक्षा जैसे विषयों पर पैनल चर्चाएं होंगी। HOA(I), IHMCL, CUMTA और ITS इंडिया फोरम के अधिकारी इसमें अपने विचार साझा करेंगे। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी एक हितधारक बैठक आयोजित करेगा, जिसका विषय है ‘भविष्य के लिए परिवहन में बदलाव लाना।’ इसी दौरान सी-डैक और आईसीएटी के बीच स्वदेशी तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए एक एमओयू साइन किया जाएगा। एक्सपो में एआई-पावर्ड ट्रैफिक मॉनिटरिंग, रियल-टाइम डेटा प्लेटफॉर्म, ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और इंटीग्रेटेड शहरी परिवहन समाधानों को प्रस्तुत किया जाएगा। पार्किंग टेक्नोलॉजी में सेंसर आधारित ऑटोमेशन, डिजिटल पेमेंट और ईवी चार्जिंग जैसी सुविधाएँ खास आकर्षण रहेंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इन समाधानों के अपनाने से शहरी सड़कों पर 30 फीसदी जगह खाली हो सकती है। सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शक ए आई सक्षम कैमरा, आई ओ टी आधारित दुर्घटना पहचान प्रणाली और स्मार्ट स्पीड मैनेजमेंट सिस्टम प्रस्तुत करेंगे, जिनसे दुर्घटनाओं में 40 फीसदी तक कमी लाई जा सकती है। वहीं, डिजिटल यातायात प्रबंधन में रियल-टाइम अपडेट और एकीकृत कमांड सेंटर का प्रदर्शन होगा।
कार्यक्रम के महत्व पर बोलते हुए मैस्से फ्रैंकफर्ट एशिया होल्डिंग्स लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री राज मानेक ने कहा, “भारत इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति के दौर से गुजर रहा है। असली सफलता तभी मिलेगी जब विकास सुरक्षित, स्थायी और स्मार्ट होगा। यह एक्सपो निर्णयकर्ताओं और टेक्नोलॉजी प्रदाताओं के बीच विचारों के आदान-प्रदान का निष्पक्ष मंच है।” वर्चुअल इन्फो सिस्टम्स प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री जयप्रकाश नायर ने कहा, “ट्रैफिक इंफ्राटेक एक्सपो के साथ आयोजित सभी शो – पार्किंग इन्फ्राटेक, रोड इंफ्राटेक और स्मार्ट मोबिलिटी सम्मेलन – एक संपूर्ण मोबिलिटी सिस्टम का 360 डिग्री व्यू प्रस्तुत करते हैं। उद्योग जगत के लिए यह मंच नई साझेदारियों और परियोजनाओं का अवसर है।” इस शो में प्रामा इंडिया, वीडियो नेटिक्स, ग्रीनटेक आईटीएस, आदित्य इन्फोटेक-सीपी प्लस, नोर्डन कम्युनिकेशन, डेटा कॉर्प ट्रैफिक और मेट्रां काउंट जैसी भारतीय कंपनियां हिस्सा लेंगी। साथ ही ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, मेक्सिको, ताइवान, यूएई और अमेरिका जैसे देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी भी इसमें भाग लेंगे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, डिजिटल इंडिया, एनएचएआई और सीआरआरआई जैसे संस्थानों के समर्थन से आयोजित यह एक्सपो भारत की उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जिसके तहत देश आने वाले वर्षों में एक सुरक्षित, स्मार्ट और स्थायी परिवहन प्रणाली की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।

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