- जब मंच पर फाइनेंस मिला फन से-एमएसई की अनोखी पहल बनी चर्चा का विषय
एमएसई की प्रबंध निदेशक सुश्री लतिका एस. कुंडू ने कहा कि “हर व्यक्ति में वित्तीय सशक्तिकरण की क्षमता है, बस ज़रूरत है साहस, अनुशासन और सही शिक्षा की।” उन्होंने बताया कि एमएसई का लक्ष्य केवल ट्रेडिंग नहीं, बल्कि हर वर्ग — किसान, मजदूर या बुज़ुर्ग — तक वित्तीय साक्षरता पहुँचाना है। सेबी सदस्य श्री कमलेश वार्ष्णेय ने निवेशकों को जोखिमों से सावधान रहने, फर्जी ऐप्स और “रातोंरात पैसा दोगुना” जैसी चालों से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि SIP और म्यूचुअल फंड्स ही दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण का सुरक्षित रास्ता हैं। कार्यक्रम का सार यही रहा- जब शिक्षा मुस्कुराती है, तो सीख गहराई तक जाती है। ‘निवेश का हास्यमंच’ ने साबित किया कि हंसी के जरिये भी वित्तीय समझदारी जगाई जा सकती है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें