सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर देव-दीपावली पर रोशन किया मंदिर परिसर, देर रात्रि पर श्रद्धालुओं ने किए दीप प्रज्जवलित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 5 नवंबर 2025

सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर देव-दीपावली पर रोशन किया मंदिर परिसर, देर रात्रि पर श्रद्धालुओं ने किए दीप प्रज्जवलित

Kubereshwar-dham-sehore
सीहोर। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी जिला मुख्यालय के समीपस्थ प्रसिद्ध कुबेरेश्वरधाम पर देर रात्रि को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के द्वारा दीप प्रज्जवलित किए गए। इस मौके पर विठलेश सेवा समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा, पंडित समीर शुक्ला सहित अन्य ने शाम को सुबह करीब दो क्विंटल मीठी बूंदी का भोग लगाया और भंडारे का आयोजन किया गया। समिति की ओर से मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि कुबेरेश्वर धाम में देव-दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मनाई गई, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर मंदिर परिसर को दीयों और रंग-बिरंगी रोशनी से रोशन किया गया, दीपदान किया गया और श्रद्धालुओं के लिए प्रसादी की व्यवस्था की गई। सजावट: मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी रोशनी, दीपकों और रंगोलियों से सजाया गया। उन्होंने बताया कि विठलेश सेवा समिति द्वारा श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी वितरित की गई। वहीं मंगलवार की देर रात्रि को बैकुंठ चतुर्दशी के इस अवसर पर हरि-हर मिलन महोत्सव का आयोजन भी किया गया, जिसमें भगवान शिव और भगवान विष्णु के मिलन के साक्षी बने। छत्तीसगढ़ से आए धनु धमाल बैंड ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया, साथ ही महाराणा प्रताप अखाड़े की कलाबाजी भी प्रस्तुत की गई। अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वच्छता और आंतरिक प्रकाश बनाए रखने का संदेश दिया। 

कोई टिप्पणी नहीं: